गलवान घाटी के शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे- वायुसेना प्रमुख भदौरिया
भारतीय वायुसेना प्रमुख एयरचीफ मार्शल आरकेएस भदौरिया ने कहा ही कि गलवान घाटी के शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा। हैदराबाद के पास एयरफोर्स एकेडमी की कंबाइंंड ग्रेजुएशन परेड में बोलते हुए उन्होंने कहा, "हम सीमा पर स्थिति को संभालने के पूरी तरह तैयार हैं। हम शांति से मुद्दों का हल चाहते हैं, लेकिन यह भी बता देना चाहते हैं कि हम किसी भी आक्रमकता का जवाब देने में पूरी तरह सक्षम हैं।"
हर कीमत पर संप्रभुता की रक्षा करेंगे- भदौरिया
एकेडमी की पासिंग आउट परेड के दौरान एयरचीफ मार्शल भदौरिया ने अपने संबोधन की शुरुआत शहीदों को श्रद्धांजलि देते हुए की। जवानों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा, "हम हर कीमत पर अपनी संप्रुभता की रक्षा करेंगे। हमारे क्षेत्र में सुरक्षा हालात ऐसे हैं कि हमारे सशस्त्र बल हमेशा तैयार और सतर्क रहते हैं। लद्दाख इसका एक छोटा उदाहरण है कि हमें तुरंत पैदा हुए स्थितियों से निपटने के लिए किस तरह तैयार रहना होता है।"
शहीदों की बलिदान व्यर्थ नहीं जाएगा- भदौरिया
भदौरिया ने कहा, "हम किसी भी आकस्मिकता का जवाब देने के लिए तैयार और उपयुक्त रूप से तैनात हैं। मैं देश को विश्वास दिलाता हूं कि हम स्थिति से निपटने के लिए दृढ़ हैं और गलवान घाटी के शहीदों का बलिदान व्यर्थ नहीं जाने देंगे।
"स्थिति का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की कोशिश जारी"
अपने संबोधन में भदौरिया ने आगे कहा कि सैन्य बातचीत में सहमति बनने के बावजूद चीन की तरफ से की गई असहनीय कार्रवाई के बावजूद वास्तविक नियंत्रण रेखा (LAC) पर मौजूद हालातों का शांतिपूर्ण समाधान निकालने की कोशिशें की जा रही हैं। उन्होंने कहा, "हम LAC और बाकी सभी स्थितियों से भी परिचित हैं। हमने इसका पूरा विश्लेषण कर लिया है और किसी भी आकस्मिकता से निपटने के लिए जरूरी कदम उठा लिए गए हैं।"
तनाव के बीच भदौरिया ने किया था लेह का दौरा
चीन के साथ जारी तनाव के बीच वायुसेना प्रमुख भदौरिया ने बुधवार को लेह का दौरा किया था। खास बात यह है कि उनका यह दौरा पूर्व निर्धारित नहीं था। बताया जा रहा है कि उन्होंने लेह जाकर सीमा के करीब वायुसेना के अभियानों और तैयारियों का जायजा लिया था। श्रीनगर दौरे पर गए भदौरिया ने बुधवार शाम को लेह के लिए उड़ान भरी थी। हालांकि, वायुसेना की तरफ से उनके दौरे की आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है।
अग्रिम मोर्चे पर तैनात किए गए लड़ाकू विमान
भदौरिया का लेह दौरा ऐसे समय में हुआ है, जब सीमा पर तनाव के चलते वायुसेना के विमानों को हाई अलर्ट पर रखा गया है। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, वायुसेना ने लद्दाख के पास एयरबेस पर बालाकोट एयरस्ट्राइक को अंजाम देने वाले लड़ाकू विमानों मिराज 200 को तैनात किया है, जहां से वो कुछ ही मिनटों में चीनी सीमा से सटे इलाकों में जा सकते हैं। इसके अलावा सुखोई-30 विमानों को भी अग्रिम मोर्चों पर भेजा गया है।
चीन सीमा पर लंबे समय से जारी है तनाव
लद्दाख की गलवान घाटी में सीमा को लेकर भारत और चीन के बीच लंबे समय से विवाद चल रहा है। इसे सुलझाने के लिए कई स्तर की बैठकें हो चुकी हैं, लेकिन कोई समाधान नहीं निकला है। 6 जून की बैठक में सैनिकों के पीछे हटने पर सहमति बनी थी। जब भारतीय सैनिक यह देखने गए तो चीनी सैनिकों ने उन्हें घेरकर उन पर हमला कर दिया। इसमें 20 जवान शहीद हुए थे। इसके बाद यह तनाव बढ़ गया है।