
उत्तर प्रदेश: जिस बेटी की 'हत्या' के जुर्म में सजा भुगत रहे पिता-भाई, वह निकली जिंदा
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के अमरोहा जिले में आदमपुर थाना पुलिस का बड़ा कारनामा सामने आया है। पुलिस ने एक युवती की हत्या के जुर्म में उसके पिता और भाई सहित तीन लोगों को जेल पहुंचा दिया था।
अब उसी युवती को करीब 18 महीने बाद पीड़ित परिवारवालों ने जिन्दा बरामद कर लिया है।
आदमपुर थाना पुलिस का यह सनसनीखेज कारनामा उजागर होने पर पुलिस विभाग के आला अधिकारियो के होश उड़ गए। मामले में पीड़ित परिवार न्याय की गुहार लगाई है।
प्रकरण
फरवरी 2019 में लापता हुई थी युवती
न्यूज 18 के अनुसार मलकपुर गांव निवासी पीड़ित पक्ष के राहुल ने बताया कि 6 फरवरी, 2019 में उसकी बहन कमलेश अचानक घर से लापता हो गई थी।
मामले में उसके पिता सुरेश कुमार ने पांच लोगों के खिलाफ अपहरण का मामला दर्ज कराया था।
पुलिस ने दो आरोपियों होराम सिंह और उसके भाई हरफूल सिंह को गिरफ्तार कर जेल भेज दिया। बाद में उन्हें जमानत पर रिहा कर दिया गया, लेकिन उसकी बहन नहीं मिली।
जांच
पुलिस ने बदला जांच का एंगल
राहुल ने बताया कि उसकी बहन का पता नहीं चलने पर पिता ने पुलिस उच्चाधिकारियों से मामले की शिकायत की। इस पर जांच तत्कालीन थानाप्रभारी अशोक कुमार को सौंप दी गई।
उन्होंने 18 फरवरी, 2019 को कमलेश की हत्या के आरोप में पिता सुरेश, भाई रूपकिशोर और रिश्तेदार देवेंद्र को ही गिरफ्तार कर जेल भेज दिया।
पुलिस ने उनके पास से कमलेश के कपड़े और वारदात में काम ली गई पिस्तौल भी बरामद दिखाई थी।
जानकारी
पुलिस ने मारपीट कर कुबूल करवाया गुनाह
राहुल ने आदमपुर पुलिस पर आरोप लगाते हुए कहा पुलिस ने तीनों लोगो की पिटाई करके जबरन गुनाह कुबूल कराया गया था। वो लोग तभी से आज तक जेल में बंद हैं, लेकिन चौंकाने वाली बात यह है कि कमलेश अब जिंदा निकल आई है।
सच्चाई
प्रेमी के साथ रहती हुई मिली युवती
राहुल ने बताया कि पुलिस ने जिस कमलेश की हत्या के जुर्म में उसके पिता और भाई सहित तीन जनों को जेल पहुंचाया था, वह युवती अब गांव से पांच किलोमीटर दूर पौरारा गांव में अपने प्रेमी राकेश के साथ रहती हुई मिली है।
पुलिस ने भी इसका पता लगा लिया है। पुलिस ने बताया कि कमलेश ने राकेश से शादी कर ली है और उसके पांच माह का बच्चा भी है। उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया है।
कार्रवाई
आरोपी जांच अधिकारी को लिया निलंबित
टाइम्स नाउ के अनुसार मामले में पुलिस की कमी उजागर होने के बाद अमरोहा पुलिस अधीक्षक (SP) विपिन ताडा ने मामले के जांच अधिकारी और तत्कालीन थानाप्रभारी अशोक कुमार को निलंबित कर दिया है।
इसके अलावा विभागीय जांच के भी आदेश दिए गए हैं। विभागीय जांच अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक अजय प्रताप सिंह को सौंपी गई है।
उन्होंने बताया कि मामले में थानाप्रभारी का सहयोग करने वाले अन्य पुलिसकर्मियों के खिलाफ भी कार्रवाई की जाएगी।
रिहाई
जल्द कराई जाएगी पिता-भाई की रिहाई- SP
SP ताडा ने बताया कि मामले में युवती के पिता और भाई सहित तीनों निर्दोषों के साथ बड़ी नाइंसाफी हुई है। उनके द्वारा जेल में काटे गए समय को तो वापस नहीं लाया जा सकता है, लेकिन अब वह महिला का बयान रिकॉर्ड करेंगे और अदालत को आवेदन भेजेंगे जिसमें अनुरोध किया जाएगा कि उसके पिता, भाई और रिश्तेदार निर्दोष है और उन्हें जल्द से जल्द जेल से रिहा किया जाए।
उन्होंने कहा दोषियों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी।