#NewsBytesExplainer: अरविंद केजरीवाल को शराब नीति मामले में पूछताछ के लिए क्यों बुलाया गया है?
क्या है खबर?
दिल्ली के शराब नीति मामले में केंद्रीय जांच एजेंसियों की जांच का दायरा बढ़ता जा रहा है। अब दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल भी प्रवर्तन निदेशालय (ED) के रडार पर हैं।
ED ने उन्हें समन जारी करते हुए 2 नवंबर को पूछताछ के लिए बुलाया है। इससे पहले केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) भी मामले में केजरीवाल से लंबी पूछताछ कर चुकी है।
आइए जानते हैं कि ED ने केजरीवाल को पूछताछ के क्यों बुलाया है।
आरोप
केजरीवाल पर क्या आरोप हैं?
इस साल फरवरी में ED ने कोर्ट में दाखिल अपनी चार्जशीट में कहा था कि केजरीवाल ने मुख्य आरोपियों में से एक समीर महेंद्रू के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी।
आरोप है कि कॉल में केजरीवाल ने समीर से कहा था, "विजय नायर मेरा बंदा है, आपको उस पर पूरा भरोसा करना चाहिए।"
विजय पर आम आदमी पार्टी (AAP) के हवाले से कई लोगों से रिश्वत लेने का आरोप है। अभी वह सरकारी गवाह बन गए हैं।
आरोप
ED ने और क्या दावा किया?
ED के अनुसार, समीर ने पूछताछ में कबूल किया कि उन्होंने विजय और केजरीवाल के साथ वीडियो कॉल पर बात की थी।
ED की चार्जशीट के अनुसार, विजय ने समीर से कहा था कि नई शराब नीति केजरीवाल के दिमाग की उपज है और दोनों के बीच 2 बैठकें हुई थीं, लेकिन जब बात नहीं बनी तो विजय ने वीडियो कॉल पर समीर की केजरीवाल से बात करवाई।
इसी आधार पर केजरीवाल को पूछताछ के लिए बुलाया गया है।
समीर
समीर महेंद्रू कौन हैं और उन पर क्या आरोप?
समीर दिल्ली के एक शराब करोबारी और इंडोस्पिरिट्स कंपनी के मालिक हैं। सिंतबर, 2022 में शराब नीति से जुड़े मनी लॉन्ड्रिंग मामले के सिलसिले में ED ने उनके घर पर छापेमारी भी की थी।
ED ने समीर पर शराब नीति से जुड़ी कथित अनियमितताओं की साजिश में शामिल होने का आरोप लगाया है।
आरोप है कि ठेका पाने के लिए समीर ने राधा इंडस्ट्रीज को 1 करोड़ रुपये ट्रांसफर किए थे, जो सिसोदिया के करीबी दिनेश अरोड़ा की कंपनी है।
विजय
विजय नायर कौन हैं और उन पर क्या आरोप?
विजय कुछ साल तक AAP के प्रचार प्रभारी रहे हैं। वह मनोरंजन जगत में एक जाना-माना नाम हैं।
उन्होंने इंडी बैंड्स के लिए मैनेजमेंट कंपनी 'ओनली मच लाउडर' (OML) शुरू की थी, जो एक एंटरटेनमेंट और इवेंट मीडिया कंपनी है।
विजय पर आरोप है कि उन्होंने गोवा चुनाव में करीब 70 लाख रुपये का नकद भुगतान किया था और उन्होंने दिल्ली में शराब लाइसेंस के लिए दक्षिण भारत के कई नेताओं से 100 करोड़ रुपये की रिश्वत ली थी।
पूछताछ
मामले में केजरीवाल के निजी सहायक से भी हो चुकी है पूछताछ
मामले में केजरीवाल से पहले उनके निजी सहायक (PA) से भी पूछताछ हो चुकी है। ED ने पिछले साल फरवरी में केजरीवाल के PA बिभव कुमार से लंबी पूछताछ की थी।
ED का आरोप है कि इस कथित घोटाले के दौरान ली गई रिश्वत के सबूतों को छिपाने के लिए दिल्ली के पूर्व उपमुख्यमंत्री मनीष सिसोदिया और बिभव ने 170 मोबाइल फोन को इस्तेमाल करके नष्ट कर दिया था।
मामला
क्या है नई शराब नीति का मामला?
17 नवंबर, 2021 को दिल्ली सरकार ने नई आबकारी नीति लागू की थी। इसमें सरकार को हटाकर शराब के ठेके निजी शराब कंपनियों को दिए गए थे।
उपराज्यपाल वीके सक्सेना ने इस नीति में भ्रष्टाचार की आशंका जताते हुए इसकी CBI जांच कराने की सिफारिश की थी।
विवाद के बाद जुलाई, 2022 में सरकार ने इस नीति को वापस ले लिया था।
मामले में 2 AAP नेता, मनीष सिसोदिया और सांसद संजय सिंह, गिरफ्तार हो चुके हैं।
गिरफ्तारी
मामले में AAP सरकार पर क्या आरोप हैं?
मामले में दिल्ली की AAP सरकार पर कमीशन लेकर शराब की दुकानों का लाइसेंस लेने वालों को अनुचित फायदा पहुंचाने का आरोप है।
उस पर विदेशी शराब की कीमत में बदलाव करने और बीयर से आयात शुल्क हटाने का आरोप भी है, जिस कारण विदेशी शराब और बीयर सस्ती हो गईं और राजकोष को नुकसान हुआ।
सिसोदिया पर उपराज्यपाल की मंजूरी लिए बिना कोरोना महामारी का हवाला देकर 144.36 करोड़ रुपये की निविदा लाइसेंस फीस माफ करने का आरोप है।