केंद्र सरकार ने BSF के महानिदेशकों को क्यों तत्काल प्रभाव से पद से हटाया?
केंद्र सरकार ने जम्मू-कश्मीर में बड़ी प्रशासनिक कार्रवाई करते हुए सीमा सुरक्षा बल (BSF) के महानिदेशक नितिन अग्रवाल और स्पेशल महानिदेशक वाई बी खुरानिया को तत्काल प्रभाव से अपने पद से हटा दिया। दोनों अधिकारियों को अपने मूल कैडर राज्य में भेजा है। सरकार ने यह कार्रवाई जम्मू-कश्मीर में आतंकियों की घुसपैठ को रोकने में नाकाम होने पर की है। बड़ी बात यह है कि अग्रवाल को सेवानिवृत्ति से 2 साल पहले ही पद से हटा दिया गया है।
अग्रवाल 2026 में होने वाले थे सेवानिवृत्त
अग्रवाल 1989 बैच के केरल कैडर के IPS अधिकारी हैं। उन्होंने जून 2023 में ही BSF प्रमुख का पद संभाला था। वह साल 2026 में सेवानिवृत्त होने वाले थे। इस पद पर आने से पहले उन्होंने दिल्ली में केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) मुख्यालय में एडिशनल डायरेक्टर जनरल ऑफ ऑपरेशन के रूप में कार्य किया था। इसके अलावा वह केरल में अलग-अलग विभागों में काम करने के साथ गृह मंत्रालय (MHA) का भी नेतृत्व कर चुके हैं।
खुरानिया को बनाया ओडिशा का DGP
खुरानिया 1990 बैच के ओडिशा कैडर के IPS अधिकारी हैं। कार्रवाई के बाद उन्हें ओडिशा पुलिस का महानिदेशक (DGP) बनाया गया है। वह वर्तमान DGP अरुण सारंगी की जगह लेंगे। हालांकि, सरकार ने इस कार्रवाई पर विस्तार से कोई बयान नहीं दिया है।
जम्मू-कश्मीर में लगातार हो रही है आतंकियों की घुसपैठ
जम्मू-कश्मीर में पिछले एक साल से लगातार आतंकियों की घुसपैठ हो रही है। इसके चलते आए दिन आतंकी घटनाएं होने से सेना के जवानों सहित आम लोगों की जान जा रही है। इसको देखते हुए सरकार ने यह कार्रवाई की है। दोनों अधिकारियों ने पिछले एक महीने में पाकिस्तान से सटी हुई नियंत्रण रेखा (LoC) का दौरा कर जरूरी बैठकें भी की थी, लेकिन आतंकी घुसपैठ पर नियंत्रण नहीं हुआ। इससे सरकार काफी नाराज नजर आ रही थी।