
रक्षा मंत्री ने पाकिस्तान के साथ युद्धविराम में अमेरिकी दावों को खारिज किया, क्या बोले?
क्या है खबर?
रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान भारतीय सुरक्षा बलों की बहादुरी और साहस की सराहना की है। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के नेतृत्व में देश की ताकत और भी बढ़ गई है और अब कोई भी भारत की संप्रभुता को चुनौती देने का साहस नहीं कर सकता। राजनाथ का ये बयान ऐसे वक्त आया है, जब जैश-ए-मोहम्मद ने स्वीकार किया है कि भारतीय हमले में मौलाना मसूद अजहर के परिवार के कई सदस्य मारे गए।
बयान
राजनाथ बोले- 'ऑपरेशन सिंदूर' जवानों की बहादुरी का नतीजा
हैदराबाद में राजनाथ ने कहा, "आतंकवादी संगठन जैश-ए-मोहम्मद के कमांडर ने स्वीकार किया है कि 'ऑपरेशन सिंदूर' के दौरान बहावलपुर हमले में खूंखार आतंकवादी मसूद अजहर के परिवार का सफाया कर दिया गया। यह हमारे भारतीय सेना के जवानों की बहादुरी और साहस का नतीजा था। इसका एक वीडियो भी कल जारी किया गया। हमारे प्रधानमंत्री नेतृत्व में भारत की ताकत और भी बढ़ी है। कोई भी ताकत भारत की संप्रभुता को चुनौती देने का साहस नहीं कर सकती।"
मध्यस्थता
युद्धविराम में अमेरिकी मध्यस्थता पर क्या बोले रक्षा मंत्री?
राजनाथ ने कहा, "कुछ लोग कह रहे हैं कि भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम किसी के हस्तक्षेप के कारण हुआ है। मैं यह स्पष्ट कर देना चाहता हूं कि आतंकवादियों के खिलाफ हमारी कार्रवाई किसी के हस्तक्षेप के कारण स्थगित नहीं हुई है। किसी ने इसे रोका नहीं है। ऑपरेशन सिंदूर स्थगित कर दिया गया है। अगर कोई आतंकवादी घटना होती है, तो ऑपरेशन सिंदूर फिर से शुरू होगा।"
जैश
जैश कमांडर ने स्वीकार किया- मसूद अजहर का परिवार मारा गया
जैश के एक शीर्ष कमांडर मसूद इलियास कश्मीरी का एक वीडियो सामने आया है। इसमें वो कहा रहा है कि 7 मई को बहावलपुर में भारत की कार्रवाई में मसूद अजहर के परिवार के सदस्यों के टुकड़े-टुकड़े हो गए। उसने कहा, "हमने आतंकवाद को अपनाया, पाकिस्तान की सीमाओं की रक्षा के लिए दिल्ली, काबुल और कंधार में लड़े। अपना सब कुछ कुर्बान करने के बाद बहावलपुर में भारतीय सेना ने मौलाना मसूद अजहर के परिवार को तहस-नहस कर दिया।"
हमला
मसूद के परिवार के 10 सदस्य मारे गए थे
बहावलपुर में भारतीय हमले में मसूद के परिवार के 10 लोग मारे गए थे। इनमें मसूद की बड़ी बहन और उसका पति, मसूद का भतीजा और उसकी पत्नी, मसूद की एक भतीजी और 5 बच्चे शामिल थे। मसूद ने खुद इस बात की पुष्टि की थी। एक कथित बयान में उसने कहा था, "अच्छा होता अगर मैं भी इस खुशनसीब काफिले में शामिल होता। हमारे एक घर में कल 4 बच्चे थे वे आज इकट्ठे जन्नत में जाएंगे।"