WFI प्रमुख ने भारत के खराब ओलंपिक प्रदर्शन के लिए पहलवानों के विरोध को जिम्मेदार ठहराया
भारतीय कुश्ती संघ (WFI) के प्रमुख संजय सिंह ने पेरिस ओलंपिक 2024 में कुश्ती के बुरे प्रदर्शन को लेकर पिछले दिनों हुए पहलवानों के विरोध-प्रदर्शन पर निशाना साधा है। संजय ने समाचार एजेंसी ANI से कहा, "पिछले 4 ओलंपिक से लगातार जो पदक लाने का क्रम बना हुआ था, वह बना रहा, लेकिन हमारे पदक और भी ज्यादा आ सकते थे। जो 6 पदक भारत अकेले लेकर आया है, वह 6 पदक अकेले कुश्ती ला सकता था।"
आगे क्या बोले संजय?
संजय ने आगे कहा, "कुश्ती पिछले 15-16 महीने काफी डिस्टर्ब रही, जिसकी वजह से इतने पदक नहीं आ पाए।" संजय ने खेल पंचाट न्यायालय (CAS) द्वारा विनेश फोगाट के मामले में फैसला सुनाए जाने को लेकर कहा कि WFI को उम्मीद है कि फैसला भारत के पक्ष में आएगा। उन्होंने कहा कि यह पदक व्यक्तिगत नहीं, बल्कि देश का है और भारत की तालिका में जोड़ा जाएगा। बता दें, संजय WFI के पूर्व अध्यक्ष बृजभूषण शरण सिंह के सहयोगी हैं।
सुनिए, क्या बोले WFI के प्रुख
क्या है पहलवानों के विरोध का मामला?
बृजभूषण सिंह पर 7 महिला पहलवानों ने यौन शोषण के आरोप लगाया था, जिसको लेकर पिछले साल जनवरी से कई महीने तक विनेश फोगाट, साक्षी मलिक, बजरंग पूनिया समेत कई पहलवान प्रदर्शन कर रहे थे। बीच में जांच के लिए एक समिति का गठन होने के बाद पहलवानों ने धरना खत्म कर दिया था। हालांकि, जांच की निष्पक्षता पर सवाल उठाते हुए पहलवानों ने अप्रैल में फिर से धरना देना शुरू कर दिया था। मामला कोर्ट में लंबित है।