उत्तर प्रदेश: वैक्सीनेशन के एक दिन बाद शख्स की मौत, परिजनों ने वैक्सीन को बताया कारण
उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले में कोरोना वायरस की वैक्सीन लगने के एक दिन बाद एक वार्ड बॉय की मौत का मामला सामने आया है। 46 वर्षीय महिपाल सिंह ने अपनी मौत से पहले सीने में दर्द और सांस लेने में दिक्कत की शिकायत की थी। उनके परिजनों ने वैक्सीन के कारण उनकी मौत की बात कही है, वहीं मुख्य चिकित्सा अधिकारी (CMO) ने वैक्सीन का मौत से कोई संबंध न होने की बात कही है।
महिपाल को लगाई गई थी कोविशील्ड वैक्सीन
मुरादाबाद में शनिवार को कोरोना वैक्सीनेशन अभियान के पहले दिन लगभग 479 लोगों को वैक्सीन लगाई गई थी और जिला अस्पताल में वार्ड बॉय की नौकरी करने वाले महिपाल सिंह भी इनमें से एक थे। उन्हें सीरम इंस्टीट्यूट ऑफ इंडिया (SII) की कोविशील्ड वैक्सीन की खुराक दी गई थी। CMO डॉ एससी गर्ग ने कहा कि शनिवार को वैक्सीनेशन के बाद महिपाल को कोई दिक्कत नहीं हुई और उन्होंने वैक्सीनेशन के बाद रात की ड्यूटी भी की।
महिपाल के बेटे ने कहा- वैक्सीनेशन के बाद से ही खराब थी तबीयत
CMO के इस दावे के विपरीत महिपाल के बेटे विशाल ने शनिवार को वैक्सीनेशन के बाद से ही उनकी तबीयत खराब होने की बात कही है। उन्होंने कहा, "मेरे पिता की तबीयत वैक्सीनेशन के बाद से ही ठीक नहीं थी। उन्होंने मुझसे ऑटो लेकर अस्पताल आने और उन्हें घर ले जाने को कहा क्योंकि वैक्सीनेशन के बाद वे दोपहिया नहीं चला पा रहे थे। मैं दोपहर करीब 1:30 बजे वहां पहुंचा, लेकिन उनकी तबीयत पहले ही काफी बिगड़ चुकी थी।"
ड्यूटी से आने के बाद ज्यादा बिगड़ी तबीयत- विशाल
विशाल ने आगे कहा, "वह (महिपाल) सामान्य तरीके से व्यवहार नहीं कर रहे थे। उनकी सांस फूल रही थी... मैं उन्हें घर ले आया और उन्हें चाय दी गई और आराम करने को कहा गया। रविवार सुबह ड्यूटी से आने के बाद अचानक उनकी तबीयत खराब हो गई। मैं किसी काम से बाहर था, तभी शाम को फोन आया कि उनकी तबीयत ज्यादा खराब हो गई है। 108 पर घरवालों ने फोन किया पर वे समय पर नहीं आए।"
विशाल ने कहा- वैक्सीन से हुई मेरे पिता की मौत
विशाल ने बताया कि तबीयत ज्यादा खराब होने के बाद परिजन महिपाल को जिला अस्पताल लेकर गए जहां उन्हें मृत घोषित कर दिया गया। उन्होंने कहा कि उनके पिता की मौत वैक्सीन की वजह से हुई है। वे कभी कोरोना से संक्रमित नहीं हुए थे।
CMO ने कहा- वैक्सीन की वजह से नहीं हुई मौत
विशाल के इस दावे के विपरीत CMO डॉ गर्ग ने टाइम्स ऑफ इंडिया से कहा कि उन्हें नहीं लगता कि महिपाल की मौत वैक्सीन के किसी साइड इफेक्ट की वजह से हुई है और असल कारणों का पता लगाने के लिए पोस्टमार्टम रिपोर्ट का इंतजार है। जिला अस्पताल के डॉक्टरों ने हार्ट अटैक की वजह से महिपाल की मौत की आशंका जताई है, हालांकि पोस्टमार्टम रिपोर्ट आने के बाद ही इस पर आधिकारिक तौर पर कुछ कहा जा सकेगा।
वैक्सीनेशन के बाद दुर्लभ ही होती हैं मौतें
बता दें कि वैक्सीन लगाए जाने के बाद कुछ छोटी-मोटी प्रतिकूल घटनाएं सामने आना आम है और विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) के अनुसार, जरूरी नहीं कि इनका वैक्सीन के साथ कोई संपर्क हो। पहले दिन वैक्सीनेशन के बाद देश के अन्य हिस्सों में भी ऐसी घटनाएं सामने आईं। हालांकि वैक्सीन लगाए जाने के बाद मौत की घटनाएं बहुत दुर्लभ होती हैं क्योंकि विस्तृत टेस्टिंग और ट्रायल्स में सुरक्षित साबित होने के बाद ही वैक्सीनों को लोगों को लगाया जाता है।