उत्तराखंड: मुठभेड़ के दौरान भाजपा नेता की पत्नी की मौत, पुलिसकर्मियों के खिलाफ हत्या का केस
उत्तराखंड में उत्तर प्रदेश पुलिस और खनन माफिया के बीच हुई गोलीबारी में भाजपा नेता की पत्नी की मौत हो गई। खनन माफिया का सरगना भाजपा नेता के घर पर ही छिपा हुआ था और जब पुलिस वहां पहुंची तो उसके साथियों ने पुलिसकर्मियों पर गोली चलाई। गोलीबारी में भाजपा नेता की पत्नी की मौत हो गई, वहीं कई पुलिसकर्मी भी घायल हुए हैं। मामले में पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है।
क्या है पूरा मामला?
50,000 रुपये के इनामी खनन माफिया जफर ने 13 सितंबर को उत्तर प्रदेश के मुरादाबाद जिले की ठाकुरद्वारा तहसील के खनन इंस्पेक्टर और सब-डिविजनल मजिस्ट्रेट (SDM) को बंधक बना लिया था और उनसे डंपर छीनकर ले गया था। पुलिस तभी से उसकी तलाश कर रही थी और बुधवार शाम को पुलिस के उसके तहसील में ही छिपे होने की सूचना मिली, जिसके बाद मुरादाबाद पुलिस और विशेष अभियान समूह (SOG) की टीम को उसे पकड़ने के लिए भेजा गया।
पुलिस से बचते हुए जफर ने ली भाजपा नेता के घर में शरण
मुरादाबाद के DIG शलभ माथुर के अनुसार, जफर और उसके गुर्गों को पुलिस के आने की भनक लग गई और वो बचने के लिए उत्तराखंड की तरफ भागने लगे। पुलिस की टीम ने उनका पीछा किया और दोनों तरफ से फायरिंग की गई। अंत में जफर और उसके सभी गुर्गों ने सीमा पर स्थित उत्तराखंड के गांव भरतपुर में भाजपा के उप-ब्लॉक प्रमुख गुरताज भुल्लर के घर में शरण ले ली।
गुरताज के घर हुई मुठभेड़ में उसकी पत्नी को लगी गोली
DIG के अनुसार, जब पुलिस गुरताज के घर पहुंची और जफर से सरेंडर करने को कहा तो उसके गुर्गों ने पुलिसकर्मियों पर फायरिंग और पथराव शुरू कर दिया। जवाब में पुलिसकर्मियों ने भी फायरिंग की, जिसमें गुरताज की पत्नी गुरमीत कौर के मरने की बात कही जा रही है। गुरमीत की मौत पर गुस्साए स्थानीय लोगों ने बदमाशों के साथ पुलिस टीम को घेर लिया और उनके हथियार छीन कर उन्हें बंदी बना लिया। उत्तराखंड पुलिस ने आकर उन्हें छुड़ाया।
घटना में पांच पुलिसकर्मी हुए घायल, दो अभी भी लापता
खनन माफिया की फायरिंग में कुल पांच पुलिसकर्मी घायल हुए जिनमें से दो को लोगी लगी, वहीं तीन पथराव से चोटिल हुए हैं। जिन पुलिसकर्मियों को गोली लगी है, उनमें ठाकुरद्वारा के इंस्पेक्टर भी शामिल हैं। दो सिपाहियों की हालत गंभीर बताई जा रही है और सभी का मुरादाबाद के एक अस्पताल में इलाज चल रहा है। दो पुलिसकर्मी अभी भी लापता हैं। बदमाशों ने पुलिस की एक गाड़ी को भी फूंक दिया।
ग्रामीणों की मांग पर पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज
गुरमीत की अस्पताल में इलाज के दौरान मौत हुई और गुस्साए ग्रामीणों ने पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन करते हुए कुंडा तिराहे पर जाम लगा दिया। उनकी मांग के आधार पर उत्तराखंड में पुलिसवालों के खिलाफ हत्या का केस दर्ज किया गया है। हालांकि मुरादाबाद पुलिस ने उसकी फायरिंग में गुरमीत की मौत होने के आरोपों को खारिज किया है। नाजुक हालात को देखते हुए इलाके में भारी मात्रा में पुलिस तैनात की गई है।