
उत्तराखंड: हल्द्वानी में कार नहर में गिरने से नवजात समेत 4 लोगों की मौत, 3 घायल
क्या है खबर?
उत्तराखंड के नैनीताल जिले के हल्द्वानी में बुधवार को भारी बारिश के बीच 7 लोगों से भरी एक कार सड़क से उतरकर उफनती नहर में गिर गई, जिससे 4 दिन के नवजाता शिशु सहित 4 लोगों की मौत हो गई। इसी तरह कार सवार 3 अन्य घायल हो गए। सूचना पर पहुंची पुलिस ने कार को नहर से निकाला और घायलों को अस्पताल में भर्ती कराया। मृतकों के परिजनों के आने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी।
हादसा
कैसे हुआ हादसा?
पुलिस के अनुसार, किच्छा के बरा निवासी महिला को 4 दिन पहले प्रसव पीड़ा होने पर अस्पताल लाया गया था, जहां उसने बेटे को जन्म दिया था। बुधवार को छुट्टी मिलने पर परिवार दोनों को कार से वन विभाग के बगल में रही नहर के रास्ते किच्छा जा रहा था। भारी बारिश के बीच मोड़ पर चालक के नियंत्रण खो देने से कार नजर में जा गिरी। इस हादसे में नवजात, उसके पिता, नानी और ताऊ की मौत हो गई।
ट्विटर पोस्ट
यहां देखें कार को बाहर निकाले जाने का वीडियो
हल्द्वानी की सुबह में आज मातमी शोरगुल था। नहर में कार गिरने से एक बच्चे समेत चार की मौत हो गई। कार पुल के नीचे फँस गई जिससे बाहर निकलना मुश्किल था।
— Ajit Singh Rathi (@AjitSinghRathi) June 25, 2025
रातभर से हो रही मूसलाधार बारिश से नदी नाले उफान पर थे, हल्द्वानी की नहर में भी पानी बढ़ गया था। अचानक से कार का संतुलन बिगड़ा और कार… pic.twitter.com/xSwlfjbfuP
कार्रवाई
पुलिस ने क्या की कार्रवाई?
पुलिस ने बताया कि हादसे की सूचना पर दमकल टीम ने रेस्क्यू अभियान चलाकर कार और उसमें सवार लोगों को बाहर निकाला और घायल हुए चालक, नवजात की मां समेत 3 को अस्पताल पहुंचाया। पुलिस ने बताया कि मृतकों के परिजनों को सूचना कर दी है। उनके आने के बाद पोस्टमार्टम की कार्रवाई की जाएगी। इस हादसे में एक ही परिवार के 4 लोगों की मौत होने से परिजनों में कोहराम मचा हुआ है।
अन्य
यमुनोत्री यात्रा मार्ग पर भूस्खलन से 2 तीर्थयात्रियों की मौत
इससे पहले सोमवार को यमुनोत्री मंदिर के लिए पैदल मार्ग पर 9 कैंची भैरव मंदिर के पास हुए भूस्खलन की चपेट में आने से 2 तीर्थयात्रियों की मौत हो गई थी। अधिकारियों ने बताया कि दोनों के क्षत-विक्षत शवों को मलबे से बाहर निकाल लिया गया। इसी तरह महाराष्ट्र के एक तीर्थयात्री को पहले ही घायल अवस्था में बचा लिया गया था और उसे अस्पताल में भर्ती कराया गया था। भूस्खलन पैदल मार्ग से लगभग 20 मीटर ऊपर हुआ था।