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उत्तर प्रदेश: स्कूल में पढ़ाने की बजाय मोबाइल पर 'कैंडी क्रश' खेल रहे थे अध्यापक, निलंबित
उत्तर प्रदेश के स्कूल में पढ़ाने की बजाय मोबाइल पर गेम खेलने पर शिक्षक निलंबित (तस्वीर: एक्स)

उत्तर प्रदेश: स्कूल में पढ़ाने की बजाय मोबाइल पर 'कैंडी क्रश' खेल रहे थे अध्यापक, निलंबित

लेखन गजेंद्र
Jul 11, 2024
01:47 pm

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के संभल में सरकारी स्कूल के एक शिक्षक को मोबाइल पर गेम खेलने, बात करने और अधिकतर समय सोशल मीडिया चलाने के आरोप में निलंबित कर दिया गया है। मामला शरीफपुर गांव के कंपोजिट विद्यालय का है। आरोपी सहायक अध्यापक के पद पर तैनात प्रेम गोयल हैं। कार्रवाई जिला मजिस्ट्रेट राजेंद्र पंसिया ने औचक निरीक्षण के बाद की गई है। पंसिया ने निरीक्षण के बाद बेसिक शिक्षा अधिकारी (BSA) को शिक्षक को निलंबित करने का आदेश दिया था।

घटना

क्या है पूरा मामला?

जिला कलेक्ट्रेट ने बुधवार दोपहर को स्कूल का निरीक्षण किया। इस दौरान पंजीकृत 101 बच्चों में केवल 47 बच्चे ही उपस्थित थे। इसके बाद उन्होंने 6 बच्चों की कॉपियां जांची तो उसमें पहले पन्ने से लेकर आखिरी पन्ने तक करीब 95 गलतियां थीं। इस पर अधिकारी ने नाराजगी जताई और शिक्षक गोयल का मोबाइल फोन चेक किया। शिक्षक का मोबाइल फोन चेक करने पर एप्लीकेशन चलाने के समय की जानकारी देखी तो अधिकारी के होश उड़ गए।

जांच

पढ़ाते कब होंगे गुरुजी

अधिकारी ने पाया कि शिक्षक के मोबाइल पर 17 मिनट कैंडी क्रश मोबाइल गेम और 26 मिनट बात की गई है। साथ ही 17 मिनट फेसबुक, 11 मिनट गूगल क्रोम, 8 मिनट एक्शन डैश और 6 मिनट यूट्यूब चलाया गया। शिक्षक ने 5 मिनट इंस्टाग्राम, 6 मिनट दीक्षा ऐप और 3 मिनट रीड-अलांग ऐप (विभागीय ऐप) को दिया था। अधिकारी ने कहा कि मोबाइल का उपयोग गलत नहीं, लेकिन स्कूल के समय बच्चों की पढ़ाई पर ध्यान देना जरूरी है।

जानकारी

शिक्षकों की हाजिरी को लेकर उठा है विवाद

उत्तर प्रदेश में सरकारी स्कूलों के बायोमेट्रिक हाजिरी को लेकर पहले से विवाद चल रहा है। योगी सरकार ने बायोमेट्रिक हाजिरी अनिवार्य की थी, जिसके बाद उनकी आलोचना शुरू हो गई। सरकार को यह आदेश कुछ दिन बाद रद्द करना पड़ा।