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मेरठ: पत्नी की बीमा राशि मिली तो ठनका दिमाग, मां-बाप और भाई सबको मार डाला
मेरठ में बीमा राशि हड़पने के आरोप में व्यक्ति गिरफ्तार

मेरठ: पत्नी की बीमा राशि मिली तो ठनका दिमाग, मां-बाप और भाई सबको मार डाला

लेखन गजेंद्र
Sep 29, 2025
11:57 am

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश के मेरठ में बीमा राशि हड़पने का चौंकाने वाला मामला सामने आया है। यहां एक व्यक्ति में बीमा राशि लेने की ऐसी सनक चढ़ी की उसने अपने मां-बाप और भाई की हत्या कर दी। हापुड़ पुलिस ने एक बीमा कंपनी की प्राथमिकी पर विशाल और उसके दोस्त को गिरफ्तार किया है। दोनों के ऊपर बीमा के 39 करोड़ रुपये को हड़पने का आरोप है। विशाल ने यह खेल पत्नी की बीमा राशि मिलने के बाद शुरू किया था।

अपराध

क्या है मामला?

मेरठ के गंगानगर में मुकेश सिंघल रहते थे, जिनकी एक फोटो की दुकान थी। उनकी पत्नी प्रभा देवी और बेटा विशाल भी साथ रहता था। पिछले साल मार्च में सिंघल की सड़क दुर्घटना में मौत हो गई थी, जिसके बाद उनके बेटे विशाल ने 39 करोड़ रुपये बीमा राशि लेने के लिए आवेदन किया था। बीमा कंपनी को शक हुआ तो उन्होंने जांच शुरू की। कंपनी की शिकायत के बाद आरोपी विशाल और उसके दोस्त सतीश को गिरफ्तार किया गया।

योजना

पत्नी की बीमा राशि मिलने के बाद आरोपी ने शुरू किया अपराध

पुलिस ने बताया कि आरोपी विशाल अपने पिता के साथ उनके फोटोग्राफी के काम में हाथ बंटवाता था। उसके साथ में पत्नी भी रहती थी। कुछ साल पहले विशाल की पत्नी की प्राकृतिक मौत हो गई, जिसके बाद उसे बीमा के 30 लाख रुपये मिले थे। यहीं से विशाल के मन में अपराध का ख्याल आया। इसके बाद उसने अपने मां-भाई की भी हत्या करके बीमा राशि हड़प ली। पिता की हत्या के बाद वह पकड़ा गया।

हत्या

कैसे की परिवार की हत्या?

साल 2017 में विशाल अपनी मां प्रभादेवी को बाइक से पिलखुआ ले गया था। वहां से वापस लौटते समय उसकी बाइक दुर्घटनाग्रस्त हो गई, जिसमें उसकी मां की मौत हो गई। मां की मौत के बाद उसे हादसा बताया गया और विशाल को बीमा के 80 लाख रुपये मिले थे। इसी तरह उसने भाई की मौत को हादसा दिखाकर पैसे ऐंठे। फिर 27 मार्च, 2024 को गढ़मुक्तेशवर से लौटते विशाल के पिता सिंघल की सड़क हादसे में मौत हो गई।

खुलासा

कैसे हुआ साजिश का खुलासा?

सिंघल निवा बूपा, टाटा AIG, मैक्स लाइफ, टाटा AIA, आदित्य बिड़ला, HDFC एर्गो सहित 50 से ज्यादा कंपनियों के बीमाधारक थे। उन्होंने 39 करोड़ का बीमा कराया था, जबकि सिंघल की सालाना आय 12-15 लाख रुपये थी। विशाल ने हर कंपनी से बीमा क्लेम ले लिया था, लेकिन निवा बूपा को शक हो गया। सिंघल की मौत दोपहर में हुई थी, जबकि मौत रात में दिखाई गई। मौत स्थल और कारण अस्पष्ट होने से कंपनी ने शिकायत दर्ज कराई थी।

जांच

संगठित नेटवर्क का शक

पुलिस का कहना है कि आरोपी विशाल ने पहले पिता को नवजीवन अस्पताल में भर्ती कराया था, जबकि मौत आनंद अस्पताल में दिखाई गई है। इसके अलावा सभी भुगतान नकद हुआ है। घटनास्थल पर भी दुर्घटना के कोई साक्ष्य, चश्मदीद और मीडिया रिपोर्ट्स नहीं है। ऐसे में शक जताया जा रहा है कि आरोपी जिस तरह से बीमा के क्लेम ले रहा है, उसमें उसके साथ बड़ा नेटवर्क भी जुड़ा हुआ है, जो पैसे लेकर दस्तावेज तैयार करवाता है।