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लखनऊ में 25 दिसंबर को खुले राष्ट्र प्रेरणा स्थल के पास कैसे मर गईं 170 भेड़ें?
लखनऊ में राष्ट्र प्रेरणा स्थल के पास 170 भेड़ों की मौत (तस्वीर: एक्स/@RajasthanVoice)

लखनऊ में 25 दिसंबर को खुले राष्ट्र प्रेरणा स्थल के पास कैसे मर गईं 170 भेड़ें?

लेखन गजेंद्र
Dec 30, 2025
10:16 am

क्या है खबर?

उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ में 25 दिसंबर को राष्ट्र प्रेरणा स्थल का उद्घाटन हुआ था, जिसमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी भी शामिल हुए थे। इसी प्रेरणा स्थल की पार्किंग के पास करीब 170 भेड़ों की मौत हो गई है, जिससे भेड़ चराने वाला सदमे में है। उसका कहना है कि अभी 200 और भेडे़ें बीमार हैं, जिसमें से कई उठ नहीं पा रहीं। एकसाथ इतनी भेड़ों की मौत से इलाके में हाहाकार मचा हुआ है। आइए, पूरा मामला जानते हैं।

घटना

क्या है मामला?

ढकौली मदरिया के रहने वाले शिवरतन पाल के पास करीब 350 भेड़ें हैं। वह रविवार को भेड़े चराने ले गया और पार्किंग के पास छोड़ दिया। रात साढ़े 12 बजे पता चला कि 10 भेड़ें मर गईं। उसने भेड़ों को दवा खिलाना शुरू किया तो थोड़ी देर बार 150 भेड़ें चित होकर जमीन पर गिरने लगीं। शिवरतन ने सुबह पुलिस को सूचना दी, जिन्होंने पशुपालन विभाग को बताया। इसके बाद प्रशासन और अन्य विभाग की टीम मौके पर पहुंच गई।

मौत

कैसे हुई एकसाथ इतनी भेड़ों की मौत?

बसंत कुंज इलाके में बने प्रेरणा स्थल के उद्घाटन में भीड़ को बसों से लाया गया था, जिनको खाने के लिए पूड़ी-सब्जी दी गई थी। बताया जा रहा है कि जितना खाना बच गया, उसे यहीं पार्किंग के पास फेंक दिया गया था, जिसकी सफाई नहीं हुई। जब भेड़ें चरते हुए यहां पहुंची तो उन्होंने वही बासी खाना खा लिया, जिससे उनको संभावित फूड प्वाइजनिंग हो गया और उनकी मौत हो गई। हालांकि, प्रशासन ने इससे इंकार किया है।

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कारण

जहरीला पानी पीने का शक

इतनी अधिक संख्या में भेड़ों की मौत का एक दूसरा कारण भी सामने आ रहा है। बताया जा रहा है कि प्रेरणा स्थल के पास ही एक तालाब में सिंघाड़े की खेती होती है, जिसमें कुछ दिन पहले रासायनिक दवा का छिड़काव किया गया था। संभावना जताई जा रही है कि भेड़ों ने तालाब का पानी पिया, जिससे उनके शहर में जहर फैल गया और उनकी मौत हो गई। हालांकि, प्रशासन भेड़ों की पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट का इंतजार कर रहा है।

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जांच

अधिकारियों का क्या कहना है?

नगर निगम के जोनल अधिकारी अमरजीत सिंह ने घटनास्थल का दौरा करने बाद मीडिया को बताया कि आसपास बासी खाना नहीं मिला है, जिससे स्पष्ट हो कि भेड़ों की मौत दूषित खाने से हुई है। उन्होंने बताया कि कार्यक्रम के बाद सफाई करा दी गई थी। अभी मौके पर सिर्फ कहीं-कहीं पूड़ी दिखी मिली, लेकिन ऐसा भोजन नहीं मिला, जिससे इतनी बड़ी संख्या में मौत हो। उन्होंने सिंघाड़े के तालाब का जिक्र किया, लेकिन पोस्टमॉर्टम रिपोर्ट आने की बात कही।

सतर्क

जांच में जुटी सरकार

भेड़ों की मौत का मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी संज्ञान लिया है। उन्होंने अधिकारियों को मौत के वास्तविक कारणों का पता लगाने और शीघ्र रिपोर्ट देने को कहा है। मृत भेड़ों के पोस्टमॉर्टम के अलावा पशुपालन विभाग ने जीवित भेड़ों के सैंपल लेकर जांच के लिए प्रयोगशाला भेजे हैं। तालाब के पानी और दूषित खाने की भी जांच कराई जा रही है। मुख्यमंत्री ने पशुपालकों को 10,000 रुपये प्रति भेड़ की दर से आर्थिक सहायता का ऐलान किया है।

ट्विटर पोस्ट

घटनास्थल पर मरी पड़ी भेड़ें

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