उत्तर प्रदेश: गोरखपुर में 1 लाख का इनामी बदमाश विनोद उपाध्याय ढेर, दर्ज थे 35 मुकदमे
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के गोरखपुर का इनामी बदमाश विनोद उपाध्याय शुक्रवार तड़के पुलिस के साथ मुठभेड़ में मारा गया। वह लंबे समय से फरार चल रहा था।
मीडिया रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुल्तानपुर में विनोद के ठिकाने की जानकारी मिलते ही विशेष कार्य बल (STF) की टीम अल सुबह 3ः30 बजे मौके पर पहुंच गई।
पुलिस ने ठिकाने को घेरा तो अंदर से गोलीबारी होने लगी। जवाबी गोलीबारी में विनोद को गोली लगी और घायल हो गया। उसने अस्पताल में दम तोड़ा।
मुठभेड़
35 मुकदमे और 1 लाख रुपये का इनाम
विनोद उपाध्याय पर प्रदेश के कई थानों में हत्या, अपहरण, लूट, फिरौती समेत करीब 35 मामले दर्ज हैं। पुलिस ने पहले 50,000 रुपये का इनाम रखा था, जिसे बाद में बढ़ाकर 1 लाख रुपये कर दिया गया।
विनोद मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के गृह जनपद में शीर्ष 10 अपराधियों की सूची में शामिल है। उत्तर प्रदेश की 61 माफिया की सूची में भी उसका नाम है।
उसके पास से 30 बोर चाइनीज पिस्तौल, स्टेन गन, कारतूस और कार मिली है।
पहचान
कौन था विनोद उपाध्याय?
विनोद उपाध्याय मूल रूप से अयोध्या के मया बाजार स्थित पुरवा का रहने वाला था। वह एक शॉर्प शूटर था और संगठित गिरोह बनाकर वारदात को अंजाम देता था।
भले ही उस पर 35 मुकदमे दर्ज थे, लेकिन उसे सजा किसी भी मामले में नहीं मिली थी। गोरखपुर पुलिस उसे काफी महीने से ढूंढ रही थी।
पिछले साल जून में गोरखपुर में उसका घर ढहाया गया था। वह 2007 में गोरखपुर सदर से विधायक का चुनाव लड़ चुका है।