उत्तर प्रदेश: सीतापुर में बैराज का पानी छोड़ने से कई गांव बाढ़ में डूबे, फसलें बर्बाद
उत्तर प्रदेश में पिछले कुछ दिनों से हो रही भारी बारिश की वजह से राजधानी लखनऊ के समीप सीतापुर में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। सरयू नदी के उफान से पास के बैराज का लाखों क्यूसेक पानी छोड़ दिया गया, जिससे कई गांव डूब गए। फसलें बर्बाद हो गई और संपत्ति नष्ट हो गई। बाढ़ से करीब 80 गांवों को नुकसान पहुंचा है। आसपास के इलाके भी पानी में डूबे नजर आ रहे हैं।
कई इलाकों में संपर्क टूटा
इंडिया टुडे के मुताबिक, सीतापुर में करीब 30 गांवों की सड़क पूरी तरह पानी में डूब गई हैं, जिससे संपर्क टूट गया है। करीब 25,000 लोग बाढ़ में फंसे हैं। जलस्तर बढ़ने से कई ग्रामीणों को सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया। बाढ़ का सबसे ज्यादा असर बुचऊपुरवा, ढोढ़ेपुरवा, लोधनपुरवा, नागेश्वरपुरवा, पीतांबरपुरवा, बैजूपुरवा, बक्शीपुरवा, फत्तेपुरवा, जगरूपपुरवा, केवरा, अखरी, अंगरौरा, मिश्रनपुरवा, सोतीपुरवा, परमगोंडा, शंकरपुरवा, बाबाकुटी, अटौरा, कनरखी और बगस्ती में दिख रहा है। लोगों को फसलों और मवेशियों की चिंता है।
छत पर लोग, नावों से आना-जाना
स्थानीय लोगों ने बाढ़ की वजह से पक्के घरों की छतों पर रहना शुरू कर दिया है। महिलाएं यहीं खाना बना रही हैं। हालांकि, इस क्षेत्र में अभी कोई सहायता नहीं पहुंची है। स्थानीय लोग नाव के सहारे भी आना-जाना कर रहे हैं। लोगों की मेंधा, धान, गन्ना और उड़द की फसलों को नुकसान पहुंचा है। सीतापुर के अलावा गोंडा, मिर्जापुर, पीलीभीत समेत अन्य जिलों में भी बाढ़ की समस्या दिख रही है। यहां भी नदियां उफान पर हैं।