दिल्ली में संसद भवन के बाहर खुद को आग लगाने वाले युवक की अस्पताल में मौत
दिल्ली में संसद भवन के बाहर 25 दिसंबर की शाम को खुद को आग लगने वाले युवक जितेंद्र की मौत हो गई है। उसने राम मनोहर लोहिया अस्पताल में इलाज के दौरान शुक्रवार को दम तोड़ दिया। जितेंद्र उत्तर प्रदेश के बागपत का रहने वाला था। आग लगाने से उसके शरीर का 90 प्रतिशत हिस्सा जल गया था। उसकी हालत काफी गंभीर बताई जा रही थी। उसके पास से 2 पन्नों का अधजला नोट और पेट्रोल मिला था।
स्थानीय लोगों और पुलिसकर्मियों ने बुझाई थी आग
पुलिस ने बताया था कि पीड़ित जितेंद्र ने रेल भवन के पास आग लगाई थी और संसद भवन तक दौड़ा था। मौके पर मौजूद स्थानीय लोग और पुलिसकर्मियों ने उसके ऊपर कंबल डालकर आग बुझाई थी। पुलिस ने बताया था कि जितेंद्र बुधवार को ही बागपत से दिल्ली पहुंचा था और काफी देर तक रेल भवन के पास घूमने के बाद खुद को आग लगाई थी। पुलिस ने उसके आत्मदाह के बाद उसके परिजनों से पूछताछ की कोशिश की थी।
जितेंद्र ने क्यों लगाई थी खुद को आग?
जितेंद्र के आत्मदाह के बाद पुलिस ने मामले में जांच की थी, जिसमें पता चला कि बागपत में उसके परिवार का एक अन्य परिवार के साथ विवाद चल रहा है। जितेंद्र और उसका परिवार विवाद के कारण काफी परेशान था। उसके परिवार पर मारपीट के 2 मामले दर्ज हैं, जिसके लिए उसके परिवार के कुछ सदस्य जेल में भी हैं। पारिवारिक परेशानियों और पुलिस की मदद न मिलने से जितेंद्र ने यह कदम उठाया था।