अतीक अहमद का ISI और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से संबंध, पुलिस ने चार्जशीट में किया दावा
गैंगस्टर अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ ने उत्तर प्रदेश पुलिस को दिये बयान में कहा है कि उनका पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी इंटर-सर्विसेज इंटेलिजेंस (ISI) और आतंकी संगठन लश्कर-ए-तैयबा से सीधे संबंध हैं। पुलिस ने अपनी चार्जशीट में दोनों के बयानों के जरिए ये दावा किया है। गुरुवार को प्रयागराज कोर्ट ने उमेश पाल हत्याकांड मामले में अतीक और उसके भाई को 4 दिन की पुलिस रिमांड में भेज दिया। अब 17 अप्रैल तक दोनों पुलिस रिमांड में रहेंगे।
पुलिस चार्जशीट में क्या लिखा है?
कोर्ट में पेश पुलिस की चार्जशीट में लिखा है कि अतीक ने कबूल किया कि उसका संबंध ISI और लश्कर से है, जो ड्रोन से भारत में हथियार भेजते हैं, जबकि अशरफ ने कबूल किया कि वो पंजाब में उन लोकेशन की पहचान करवा सकता है, जहां से उसने अतीक के साथ जाकर हथियार खरीदे थे। उसने कहा कि ये हथियार पंजाब बॉर्डर पर फार्म हाउस में आते थे और वहीं से जम्मू-कश्मीर में आतंकियों को भेजे जाते थे।
पुलिस ने कोर्ट में रिमांड के लिए क्या दी दलील?
उत्तर प्रदेश पुलिस ने कोर्ट में कहा कि अतीक और अशरफ पाकिस्तान से आए हथियारों को कुछ आरोपियों से खरीदते हैं और अपने बयान में दोनों ने यह बात कबूल की है, ऐसे में दोनों जेल में रहकर हथियारों की खरीद-फरोख्त करने वाले अन्य आरोपियों की पहचान नहीं करवा सकते और रिमांड जरूरी है। दोनों आरोपियों को रिमांड पर लेने के बाद पंजाब बॉर्डर के पास ले जाया जाएगा, ताकि लोकेशन की पहचान हो सके।
वकील ने क्या कहा?
उमेश पाल की पत्नी जया के वकील विक्रम सिंह ने बताया कि पुलिस अब अतीक और अशरफ से 14 से 17 अप्रैल की शाम 5 बजे तक पूछताछ करेगी। इससे पहले कोर्ट ने दोनों भाइयों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजा था। उन्होंने कहा, "अतीक और अशरफ दोनों की रिमांड और न्यायिक हिरासत की शेष अवधि पूरी होने पर उन्हें साबरमती जेल और बरेली जेल वापस भेज दिया जाएगा, जहां वे वर्तमान में बंद हैं।"
बेटे के एनकाउंटर की खबर सुनकर रोने लगा अतीक
उत्तर प्रदेश पुलिस की STF ने गुरुवार को झांसी में उमेश पाल हत्याकांड मामले में फरार अतीक के बेटे असद अहमद और उसके साथी का एनकाउंटर कर दिया। पेशी के दौरान जब ये खबर अतीक को मिली तो वह जमीन पर बैठकर कोर्ट में ही फूट-फूटकर रोने लगा। बता दें कि STF ने आज झांसी में असद और उसके साथी गुलाम को घेर लिया था। वो दोनों बाइक से मध्य प्रदेश भागने की फिराक में थे।