लॉकडाउन के कारण पत्नी से दूर था शख्स, याद में दुखी होकर की आत्महत्या
देश में हजारों लोगों को संक्रमित कर चुके कोरोना वायरस (COVID-19) के संक्रमण को रोकने के लिए 21 दिनों का लॉकडाउन जारी है। 24 मार्च को प्रधानमंत्री मोदी ने इसका ऐलान किया था। 21 दिनों की अवधि 14 अप्रैल को खत्म हो रही है, लेकिन लॉकडाउन हटने पर अभी संशय है। लॉकडाउन में लोगों के घरों से बाहर निकलने पर मनाही है। इसी बीच उत्तर प्रदेश में एक शख्स ने पत्नी की याद में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
गोंडा जिले का है मामला
मामला उत्तर प्रदेश के गोंडा जिले का है। पुलिस ने बताया कि राधा कुंड निवासी 32 वर्षीय राकेश सोनी की पत्नी मायके गए हुई थी। इसी दौरान लॉकडाउन का ऐलान हो गया। इसके कारण वो वहां फंस गई। दूसरी तरफ राकेश भी उसे लेनेे के लिए नहीं जा सके। मामले की जांच में लगे पुलिस अधिकारी आलोक राव ने कहा कि राकेश को पत्नी की याद सता रही थी। इससे दुखी होकर उन्होंने फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली।
मामले की जांच में जुटी पुलिस
पुलिस ने बताया कि यह घटना बुधवार की है, जब राकेश के परिजनों ने उसके कमरे में सीलिंग से लटकता उसका शव देखा। इसके बाद पुलिस को मामले की जानकारी दी। फिलहाल पुलिस मामले की जांच में जुटी है।
लॉकडाउन में बढ़ रही मनोरोगियों की संख्या
विश्व स्वास्थ्य संगठन (WHO) और इंडियन साइकेट्री सोसायटी की रिपोर्ट में पता चला है कि लॉकडाउन के कारण लोग तनाव और अवसाद का शिकार हो रहे हैं। रिपोर्ट में पता चलता है कि लॉकडाउन से मनोरोग के मामलों में 20 फीसदी बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का कहना है कि शरीर और मन दोनों व्यस्त रहने के आदी हो चुके हैं। ऐसे में लंबे समय तक खाली रहने और सोशल डिस्टेंसिंग से चिड़चिड़ापन, गुस्सा, अकेलापन और नकारात्मकता हावी होने लगती है।
उत्तर प्रदेश के 15 जिले सील
कोरोना वायरस के संक्रमण को रोकने के लिए उत्तर प्रदेश के 15 जिले पूरी तरह सील कर दिए गए हैं। राज्य के जिन जिलों में छह से अधिक कोरोना पॉजिटिव केस हैं, उनके हॉटस्पॉट को चिह्नित करके सील किया गया है। हॉटस्पॉट इलाकों के अलावा इन जिलों में बाकी जगहों पर साधारण लॉकडाउन लागू रहेगा। राज्य सरकार ने 30 अप्रैल तक घर से बाहर निकलने के दौरान मास्क लगाना जरूरी कर दिया है।