उन्नाव गैंगरेप केस: पीड़िता ने अस्पताल में तोड़ा दम, दोषियों के लिए उठी फांसी की मांग
उत्तर प्रदेश के उन्नाव में दरिंदगी का शिकार हुई 24 वर्षीय युवती ने शुक्रवार रात दिल्ली के सफदरजंग अस्पताल में दम तोड़ दिया। आरोपियों ने युवती को आग के हवाले कर दिया था, जिससे वह 90 फीसदी झुलस गई। गंभीर हालत में युवती को सफदरजंग अस्पताल लाया गया था, जहां दिल के दौरे की वजह से उसकी जान चली गई। डॉक्टरों ने बताया कि युवती को लगभग 11 बजे दिल का दौरा आया था।
क्या था मामला?
मार्च में पीड़िता ने दो लोगों के खिलाफ गैंगरेप और घटना का वीडियो बनाने के आरोप में FIR लिखवाई थी। इसी मामले की सुनवाई के लिए पीड़िता कोर्ट जा रही थी। तभी रास्ते में पांच आरोपियों ने पीड़िता पर केरोसिन छिड़ककर उसे आग के हवाले कर दिया। इस हालत में भी पीड़िता साहस दिखाते हुए कुछ दूर भागी और पुलिस को सूचना दी। आरोपियों ने आग लगाने से पहले पीड़िता पर डंडे और चाकू से भी वार किए थे।
सफदरजंग अस्पताल के बाहर के दृश्य
तमाम कोशिशों के बावजूद नहीं बचाई जा सकी जान
सफदरजंग अस्पताल के बर्न यूनिट के प्रमुख डॉक्टर शलभ ने बताया कि पीड़िता को वेंटिलेटर पर रखा गया था। 90 फीसदी तक जलने से उसके शरीर से काफी तरल पदार्थ बह चुका था। उन्होंने कहा कि थोड़ी-बहुत बात करते-करते वह बेहोश हो रही थी। उसके महत्वपूर्ण अंग शाम तक काम कर रहे थे, लेकिन हालत लगातार गिर रही थी। इलाज के दौरान पीड़िता ने अपने भाई से कहा था, 'मैं मरना नहीं चाहती। दोषियों को बिल्कुल भी छोड़ना नहीं है।"
14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेजे गए आरोपी
पीड़िता ने पुलिस को दिये बयान में कहा कि शिवम त्रिवेदी और शुभम त्रिवेदी ने हरिशंकर त्रिवेदी, उमेश बाजपेयी और राम किशोर त्रिवेदी के साथ मिलकर उसे घेर लिया और मामला वापस लेने की बात कही। जब उसने ऐसा करने से मना कर दिया तो उन्होंने पीड़िता पर केरोसिन डालकर उसे आग लगा दी। घटना के पांचों आरोपी गिरफ्तार हो गए हैं और उन्हें शुक्रवार को 14 दिनों की न्यायिक हिरासत में भेजा गया है।
स्वाति मालीवाल बोलीं- दोषियों को महीने के भीतर हो फांसी
विशेष जांच टीम हुई गठित
लखनऊ मंडल के कमिश्नर ने पांच सदस्यीय विशेष जांच टीम (SIT) का गठन किया है जो युवती के साथ हुई घटना की जांच करेगी। यह टीम सभी पहलूओं की जांच कर कमिश्नर को अपनी रिपोर्ट सौंपेगी।
पिता ने मांगा इंसाफ
इससे पहले शुक्रवार को पीड़िता के पिता ने कहा कि मामले के दोषियों को कड़ी से कड़ी सजा मिलनी चाहिए। उन्होंने हिंदुस्तान टाइम्स से कहा, "मुझे तभी शांति मिलेगी जब उन्नाव पुलिस मेरी बेटी को जलाने वाले पांचों लोगों को गोली मारेगी।" उन्होंने कहा कि आरोपी उनके परिवार को लगातार धमका रहे थे। इसे लेकर उन्होंने पुलिस को भी सूचना दी थी, लेकिन पुलिस ने कोई कार्रवाई नहीं की।
पीड़िता को गुलाम की तरह रखते थे आरोपी
पीड़िता ने शिकायत में कहा था कि आरोपियों ने उसे रायबरेली के एक घर में 'सेक्स स्लेव' की तरह रखा था और उसे घर से बाहर देखने तक नहीं देते थे। रेप पीड़िता ने बताया है कि आरोपी शिवम त्रिवेदी ने उसे शादी का वादा किया था। उसके वादे पर भरोसा कर पीड़िता उसके साथ रायबरेली के लालगंज चली गई, जहां उनकी शादी करने की योजना थी, लेकिन शिवम ने यहां उसके साथ रेप किया और इसका वीडियो बना लिया।