उन्नाव रेप केस: पीड़िता की कार दुर्घटना मामले में भाजपा विधायक पर हत्या का मामला दर्ज
उन्नाव रेप केस में पीड़िता की कार की टक्कर मामले में भारतीय जनता पार्टी के विधायक कुलदीप सेंगर के खिलाफ पुलिस ने हत्या का मामला दर्ज किया है। पीड़िता की मां ने सेंगर पर रविवार को हुई दुर्घटना की साजिश रचने का आरोप लगाया था। सेंगर पर ही 2017 में 15 वर्षीय नाबालिग पीड़ित के साथ बलात्कार करने का आरोप है। बता दें कि पुलिस टक्कर को प्रथमदृष्टया दुर्घटना मानकर चल रही है।
टक्कर में मारे गए थे पीड़िता के दो परिजन
रविवार को पीड़ित लड़की और उसके परिजनों की गाड़ी की रायबरेली में ट्रक से टक्कर हो गई थी। टक्कर में उसके 2 परिजन मारे गए थे, वहीं पीड़ित लड़की और उसका वकील गंभीर रूप से घायल हुए थे और अस्पताल में भर्ती हैं।
जिस ट्रक से हुई टक्कर, उसकी नंबर प्लेट पर किया हुआ था काला पेंट
रविवार को ये दुर्घटना उस समय हुई जब पीड़ित परिवार अन्य किसी मामले में उम्रकैद की सजा काट रहे अपने एक रिश्तेदार से मिलने रायबरेली की जिला जेल जा रहे थे। भारी बारिश के बीच उनकी कार की टक्कर एक ट्रक से हो गई। गौर करने वाली बात ये है कि ट्रक के नंबर को नंबर प्लेट पर काला पेंट करके छिपाया गया था। वहीं, लड़की को प्रदान किए गए सुरक्षाकर्मी भी उसके साथ नहीं थे।
मां ने कहा, विधायक से जेल से कराया सब कुछ
पीड़ित लड़की की मां ने मीडिया से कहा, "मुझे पता चला है कि ये विधायक (सेंगर) ने कराया है। वह अंदर (जेल में) है, उसके पास अंदर फोन है। वह अंदर बैठकर सब कर रहा है।" उन्होंने कहा, "सेंगर जेल में है लेकिन उसके आदमी नहीं। वह और उसके आदमी हमें धमका रहे हैं। हमें न्याय चाहिए।" बता दें कि बांगरमऊ से 4 बार विधायक रह चुके सेंगर रेप के आरोप में पिछले एक साल से जेल में बंद हैं।
पुलिस ने बताया प्रथमदृष्टया दुर्घटना का मामला
वहीं, उत्तर प्रदेश पुलिस प्रमुख ओपी सिंह ने बताया कि प्रथमदृष्टया ये एक दुर्घटना है, लेकिन इसके बावजूद अगर परिवार केंद्रीय जांच ब्यूरो (CBI) से जांच चाहता है तो हम उनका समर्थन करेंगे। उन्होंने ये भी बताया कि पीड़ित अब खतरे से बाहर है।
हर दृष्टिकोण से जांच कर रही पुलिस
जब सिंह से पूछा गया कि ट्रक की नंबर प्लेट को काला क्यों किया गया था तो उन्होंने कहा, "ड्राइवर और उसके सहायक को गिरफ्तार किया जा चुका है और उनके कॉल रिकॉर्ड की जांच की जा रही है। हर दृष्टिकोण से जांच की जा रही है।" अन्य पुलिस अधिकारी एमपी वर्मा ने बताया कि पुलिस इसकी भी जांच कर रही है कि सुरक्षाकर्मी पीड़ित के साथ क्यों नहीं थे। उनकी जानकारी के अनुसार, उन्होंने इससे इनकार कर दिया था।
संसद में उठा मामला
रेप पीड़ित की दुर्घटना का मुद्दा संसद में भी उठा। राज्यसभा में विपक्ष ने इस पर जमकर हंगामा किया जिसके बाद सदन को दोपहर 12 बजे तक के लिए स्थगित कर दिया गया। वहीं, लोकसभा में समाजवादी प्रमुख अखिलेश यादव ने ये मुद्दा उठाया।
प्रियंका गांधी ने खड़े किए गवाहों की मौत पर सवाल
वहीं पिछले कुछ दिनों से उत्तर प्रदेश सरकार पर हमलावर नजर आ रहीं कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने भी योगी आदित्यनाथ सरकार पर निशाना साधा। लगातार ट्वीट करते हुए उन्होंने पूरे केस में गवाहों की मौत पर सवाल खड़े किए और पूछा कि क्या अब भी भाजपा में "भयमुक्त उत्तर प्रदेश" अभियान चलाने का साहस है। उन्होंने सरकार से पूछा कि क्या उसकी नागरिकों के प्रति कोई नैतिक जिम्मेदारी है या फिर ये कभी उसके एजेंडे में था ही नहीं।
प्रियंका गांधी ने योगी सरकार से पूछे कठिन सवाल
क्या है पूरा मामला?
आरोप है कि जून 2017 में जब नौकरी मांगने के लिए पीड़ित लड़की अपने एक रिश्तेदार के साथ उन्नाव में विधायक सेंगर के घर गई थी तो उसका रेप किया गया था। मामला राष्ट्रीय सुर्खियों में तब आया जब एक साल बाद लड़की और उसकी मां ने मुख्यमंत्री योगी के घर के सामने आत्मदाह की कोशिश की। इसके कुछ दिन बाद पुलिस ने उसके पिता को हिरासत में लिया और पिटाई के कारण हिरासत में ही उनकी मौत हो गई।
CBI की जांच में भी दोषी पाया गया भाजपा विधायक
CBI ने कोर्ट को बताया था कि विधायक सेंगर ने 4 जून 2017 के आसपास लड़की का रेप किया था। CBI ने सेंगर पर रेप और आपराधिक साजिश के मामले तय किए है, जबकि उसके भाई पर हत्या का आरोप तय किया गया है।