केंद्र सरकार सस्ती दर पर टमाटर उपलब्ध करा रही, दिल्ली-NCR में बिक्री शुरू
केंद्र सरकार आज से कई शहरों में आम लोगों को कम दामों में टमाटर उपलब्ध करा रही है। दिल्ली-NCR, लखनऊ और पटना सहित चुनिंदा बड़े शहरों में सस्ते रेट पर टमाटर की बिक्री शुरू की जाएगी। खाद्य मंत्रालय के उपभोक्ता मामलों के विभाग ने टमाटर के बढ़ती कीमतों पर अंकुश लगाने के लिए भारी मात्रा में आंध्र प्रदेश, कर्नाटक और महाराष्ट्र से टमाटर मंगवाए हैं। आइए जानते हैं कब, कहां और कैसे टमाटर की ब्रिकी हो रही हैं।
दिल्ली-NCR में खुदरा दुकानों और मोबाइल वैन के जरिए की जा रही बिक्री
NDTV की रिपोर्ट के अनुसार, दिल्ली-NCR में उपभोक्ताओं को रियायती कीमतों पर खुदरा दुकानों के माध्यम से टमाटर की बिक्री की जा रही है। अधिकारियों ने कहा कि नोएडा में रजनीगंधा चौक स्थित राष्ट्रीय उपभोक्ता सहकारी संघ (NCCF) कार्यालय, ग्रेटर नोएडा और अन्य स्थानों पर मोबाइल वैन के माध्यम से टमाटर बेचे जा रहे हैं। उन्होंने बताया कि NCCF सप्ताहांत के दौरान लखनऊ, कानपुर और जयपुर जैसे अन्य शहरों में भी बिक्री शुरू होगी।
दिल्ली में 30 मोबाइल वैन के जरिए बेचे जा रहे टमाटर
दिल्ली के सभी 11 जिलों में 30 मोबाइल वैन के जरिए NCCF द्वारा आज दोपहर 12:15 बजे से बिक्री शुरू की गई है और पहले दिन 17,000 किलोग्राम टमाटर बेचे जाएंगे। शनिवार को चिन्हित जगहों पर NCCF ने लगभग 20,000 किलोग्राम टमाटर बेचने की योजना बनाई है और बिक्री बढ़ने पर यह मात्रा बढ़ाकर 40,000 किलोग्राम प्रतिदिन तक कर दी जाएगी। इसके अलावा भारतीय राष्ट्रीय कृषि सहकारी विपणन महासंघ (NAFED) के केंद्रों पर भी सस्ती दरों पर टमाटर बिक्री होगी।
90 रुपये प्रति किलोग्राम मिलेंगे टमाटर
NCCF के प्रबंध निदेशक एनीस जोसेफ चंद्रा ने कहा है, "हमने टमाटर की कीमत 90 रुपये प्रति किलोग्राम तय की है, जबकि खरीद दर 120 से 130 रुपये प्रति किलोग्राम है। यह नुकसान केंद्र सरकार द्वारा वहन किया जाएगा।"
सरकार क्यों बेच रही है सस्ते टमाटर?
उत्तर भारत में खासकर दिल्ली-NCR में बीते कुछ हफ्तों से टमाटर के दाम तेजी से बढ़े हैं। केंद्र से सहकारी समितियों NCCF और NAFD को केंद्र सरकार से सस्ती दरों पर टमाटर बेचने के निर्देश मिले हैं। भारत में मानसून के पहले हुई बारिश से टमाटर की फसल खराब होने और उत्पादन घटने के कारण देश के कई हिस्सोंं में टमाटर की कीमत 200 रुपये प्रति किलोग्राम तक पहुंच गई हैं। इससे उपभोक्ताओं की जेब पर असर पड़ रहा है।
टमाटर के क्यों बढ़े दाम?
मंत्रालय के अधिकारियों ने कहा कि आमतौर पर जुलाई-अगस्त और अक्टूबर-नवंबर में टमाटर का उत्पादन कम होता है, लेकिन जुलाई में मानसूनी बारिश के कारण टमाटर की फसल को नुकसान पहुंचने से कीमतों में भारी वृद्धि हुई है। उन्होंने कहा कि जुलाई में पड़ोसी राज्यों में उत्पादन कम होने से दिल्ली-NCR में टमाटर नहीं पहुंचा है। उन्होंने बताया कि महाराष्ट्र से नई फसल दिल्ली मंडी में आने के बाद बाजार में टमाटर के दाम कम होने की उम्मीद है।