उत्तर प्रदेश: बुलंदशहर के शिव मंदिर में दो पुजारियों की धारदार हथियार से हत्या
कोरोना महामारी के प्रसार को रोकने के लिए पूरे देश में लॉकडाउन चल रहा है, लेकिन इसके बाद भी कुछ राज्यों में हत्या और दुष्कर्म जैसे गंभीर अपराधों को अंजाम दिया जा रहा है। ताजा मामला सामने आया है उत्तर प्रदेश में बुलंदशहर के अनूपशहर कोतवाली थाना क्षेत्र के पगौना गांव में, जहां सोमवार रात को एक शिव मंदिर में दो पुजारियों की धारदार हथियार से हत्या कर दी गई। मामले को लेकर पूरे क्षेत्र में सनसनी फैली हुई है।
मंदिर पहुंचने पर लोगों को खून से लथपथ पड़े मिले पुजारियों के शव
बुलंदशहर के अतिरिक्त पुलिस अधीक्षक (ASP) संतोष कुमार सिंह ने बताया कि मृतक पुजारियों की पहचान गरीबदास उर्फ जगनदास (55) और शेरसिंह उर्फ सेवादास (35) के रूप में हुई है। उन्होंने बताया कि मंगलवार सुबह जब लोग मंदिर पहुंचे तो दोनों पुजारियों के शव खून से लथपथ पड़े थे। ग्रामीणों की सूचना पर पहुंची पुलिस ने शवों का पोस्टमार्टम के लिए अस्पताल पहुंचाया तथा आरोपी की तलाश शुरू कर दी। इसके बाद आरोपी को गिरफ्तार कर लिया गया।
पुजारियों द्वारा डांटने से गुस्से में आकर आरोपी ने दिया वारदात को अंजाम
ASP सिंह ने बताया कि गिरफ्तार आरोपी मुरारी उर्फ राजू है और वह भांग का नशा करने का आदी है। वारदात के बाद वह कुछ दूरी पर नशे के कारण बेसुध होकर गिर गया। खून से सना देखकर ग्रामीणों ने उसे दबोच लिया और पुलिस के सुपुर्द कर दिया। उन्होंने बताया कि गत दिनों आरोपी ने पुजारियों का चिमटा छिपा दिया था। पुजारियों ने उसे डांट लगाई थी। इसी का बदला लेने के लिए उसने वारदात को अंजाम दिया है।
कांग्रेस महासचिव ने की जांच की मांग
कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी ने ट्वीट किया, 'ऐसे जघन्य अपराधों की गहराई से जाँच होनी चाहिए और किसी को भी इस मामले का राजनीतिकरण नहीं करना चाहिए। सरकार की जिम्मेदारी है कि निष्पक्ष जांच कर जनता के सामने पूरा सच लाए।'
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने लिया मामले पर संज्ञान
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने घटना पर गहरा दुख जताया है तथा संज्ञान लेते हुए पुलिस के उच्चाधिकारियों को घटना स्थल का मौका मुआयना करने और विस्तृत जांच रिपोर्ट तैयार करने के निर्देश दिए हैं। इसके अलावा उन्होंने अधिकारियों के खिलाफ सख्त से सख्त कार्रवाई सुनिश्चित करने के भी निर्देश दिए हैं। बता दें कि दोनो साधू करीब 12 साल पहले अपना परिवार छोड़कर अलीगढ़ स्थित आश्रम में आए थे और वहां से दो साल बाद मंदिर में पहुंचे थे।
महाराष्ट्र के पालघर में भी ग्रामीणों ने कर दी थी दो साधुओं की हत्या
गत 16 अप्रैल की रात को महाराष्ट्र के पालघर के गड़चिनचले गांव में भी ग्रामीणों ने अंतिम संस्कार में शामिल होने के लिए कांदिविली से सिलवासा जा रहे दो साधुओं सहित तीन जनों की पुलिस के सामने ही पीट-पीटकर हत्या कर दी थीं। इस मामले का देशभर में कड़ा विरोध हुआ था। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी मामले में कार्रवाई की मांग की थी। इसके बाद महाराष्ट्र पुलिस ने कार्रवाई करते हुए 100 से अधिक लोगों को गिरफ्तार किया था।