श्रीनगर: आतंकवादी ने दो पुलिसकर्मियों की दिनदहाड़े गोली मारकर हत्या की, CCTV में कैद हुआ मंजर
जम्मू-कश्मीर के श्रीनगर में आज एक आतंकवादी ने दिनदहाड़े गोली मारकर दो पुलिसकर्मियों की हत्या कर दी। ये पुलिसकर्मी शहर के बघट बारजुला इलाके में एक दुकान पर बैठकर चाय पी रहे थे और तभी आतंकी ने उन पर गोली बरसा दीं। गोली लगने से घायल हुए दोनों पुलिसकर्मियों को अस्पताल ले जाया गया जहां उन्होंने दम तोड़ दिया। पिछले तीन दिन में इस तरह की यह दूसरी घटना है और यह CCTV में भी कैद हो गई है।
कश्मीरी ओवरकोट में बंदूक छिपाकर लाया था आतंकी
मृतकों की पहचान जम्मू-कश्मीर पुलिस के सिपाही सोहेल अहमद और मोहम्मद यूसुफ के तौर पर हुई है। वे दोनों बघट बारजुला के एक चाय की टपरी पर चाय पी रहे थे, तभी आतंकवादी ने उन पर गोलियां बरसा दीं। घटना की CCTV फुटेड में फिरन (कश्मीर ओवरकोट) पहने आतंकवादी को चुपचाप पुलिसकर्मियों के पास आने और फिर अचानक से बंदूक निकालकर उन पर गोली बरसाते हुए देखा जा सकता है। गोली बरसाने के बाद वह मौके से भाग जाता है।
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आतंकी को पकड़ने के लिए शुरू किया गया अभियान
इस हमले में अहमद और यूसुफ मौके पर ही घायल होकर गिरकर गए और उन्हें आनन-फानन में अस्पताल ले जाया गया। यहां इलाज के दौरान उन्होंने दम तोड़ दिया। अधिकारियों के अनुसार, आतंकवादी को पकड़ने के लिए सुरक्षा बलों ने अभियान शुरू किया है। यह घटना इसलिए भी बड़ी हो जाती है क्योंकि बघट बारजुला श्रीनगर के एयरपोर्ट रोड पर स्थित है जिसे उच्च सुरक्षा वाला इलाका माना जाता है।
तीन दिन में आतंकियों का दूसरा खुलेआम हमला
गौरतलब है कि श्रीनगर में पिछले तीन दिन के अंदर यह इस तरह का दूसरा हमला है। इससे पहले बुधवार को आतंकियों ने उच्च सुरक्षा वाले दुर्गनाग इलाके के चर्चित कृष्णा ढाबा पर हमला किया था और ढाबे के मालिक के बेटे को गोली मारकर घायल कर दिया था। यह ढाबा संयुक्त राष्ट्र के भारत-पाकिस्तान सैन्य पर्यवेक्षक समूह (UNMOGIP) और जम्मू-कश्मीर के मुख्य न्यायाधीश के निवास जैसे अति सुरक्षित इलाकों से महज 200 मीटर दूर है।
विदेशी राजदूतों के जम्मू-कश्मीर के दौरे के समय किए गए हमले
श्रीनगर में ये हमले ऐसे समय पर हुए हैं जब कई देशों के राजदूत जम्मू-कश्मीर की जमीनी स्थिति का जायजा लेने के लिए यहां दो दिवसीय दौरे पर आए हुए थे। इनमें यूरोपीय संघ और इस्लामिक देशों के सहयोग संगठन (OIC) के सदस्य देशों के राजदूत भी शामिल थे। राजदूतों की इस टीम ने बुधवार को अपना दौरा शुरू किया था और इसी दिन जिन होटल में वह ठहरे थे, उससे एक किलोमीटर दूर कृष्णा ढाबा पर हमला हुआ था।