पुलिस बनाम वकील: दिल्ली में प्रदर्शन कर रहे दो वकीलों ने की आत्महत्या की कोशिश
दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन कर रहे दो वकीलों ने बुधवार को रोहिणी कोर्ट के सामने आत्महत्या करने की कोशिश की। इनमें से एक वकील ने अपने ऊपर केरोसीन छिड़कर कर खुद को आग लगाने की कोशिश की, लेकिन उसके साथियों ने उसे रोक लिया। वहीं दूसरा वकील कोर्ट की इमारत की छत पर चढ़ गया और वहां से कूदने की धमकी दी। एक जज से बात होने के बाद वह छत से नीचे आया।
तीन दिन से प्रदर्शन कर रहे हैं वकील
शनिवार को दिल्ली पुलिस के बाद हिंसक भिडंत को लेकर दिल्ली के वकील सोमवार से प्रदर्शन कर रहे हैं और तीन दिन से उन्होंने अपना काम रोका हुआ है। बुधवार को उत्तर-पश्चिम दिल्ली स्थित रोहिणी कोर्ट में ऐसे ही एक प्रदर्शन के समय इन दोनों वकीलों ने आत्महत्या करने की कोशिश की। पुलिस के अनुसार, वहां मौजूद वकीलों ने न तो किसी पुलिसकर्मी को इसके बारे में सूचित किया और न ही पुलिस कंट्रोल रूम (PCR) में कोई फोन किया।
देखें घटना का वीडियो
कैसे हुई दिल्ली पुलिस और वकीलों के बीच विवाद की शुरूआत?
दिल्ली पुुलिस और वकीलों के बीच विवाद की शुरूआत शनिवार दोपहर को एक छोटी सी बात को लेकर हुई। दरअसल, तीस हजारी कोर्ट में एक वकील की कार पुलिस की जेल वैन को छू गई जिसके बाद पुलिसकर्मियों और वकीलों के बीच बहस हुई। तीस हजारी बार एसोसिएशन के सचिव जयवीर सिंह चौहान ने आरोप लगाते हुए कहा था कि पुलिसवाले वकील को हवालात में ले गए, जहां उसके साथ बुरी तरह मारपीट की गई।
पुलिस ने की फायरिंग, वकीलों ने पुलिसकर्मियों को पीटा
जब मामला बढ़ने लगा तो पुलिस ने चार राउंड फायर किए, जिसमें एक वकील घायल हो गया। इसके अलावा घटना के बाद कई ऐसे वीडियो सामने आए थे, जिसमें वकील पुलिसकर्मियों के साथ मारपीट करते और सरकारी संपत्ति को नुकसान पहुंचाते हुए देखे जा सकते हैं। मामले में वकील पुलिसकर्मियों पर फायरिंग करने का आरोप लगा रहे हैं, वहीं दिल्ली पुलिस का कहना है कि वकीलों ने उसके जवानों के साथ मारपीट की।
लगभग 20 पुलिसकर्मी और कई वकील हुए घटना में घायल
इस हिंसक भिडंत में करीब 20 पुलिसकर्मी और कई वकील घायल हुए थे। घटना के अगले दिन दिल्ली हाई कोर्ट ने दो वरिष्ठ पुलिस अधिकारियों को फटकार लगाई थी, वहीं दो पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था।
सोमवार को वकीलों ने शुरू किया दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन
इस बीच सोमवार को दिल्ली के वकीलों ने दिल्ली पुलिस के खिलाफ प्रदर्शन शुरू किया और अपना काम रोक दिया। इसी दिन कड़कड़डूमा कोर्ट में वकीलों और पुलिस के बीच फिर से झड़प हुई, जिसमें एक पुलिसकर्मी को चोटें आईं। प्रदर्शन कर रहे वकीलों की मांग है कि जब तक गोली चलाने वाले पुलिसकर्मियों पर कार्रवाई नहीं होती वो आराम से नहीं बैठेंगे। प्रदर्शन के तीसरे दिन उन्होंने वादियों को कोर्ट परिसर में नहीं घुसने दिया।
दिल्ली पुलिस के जवानों ने भी किया प्रदर्शन
मंगलवार को दिल्ली पुलिस के हजारों जवानों ने भी दिल्ली पुलिस मुख्यालय के सामने प्रदर्शन किया। जवानों ने आरोप लगाते हुए कहा था उनके साथ हुई मारपीट के मामले में पक्षपात हो रहा है और वकील उन्हें देखते ही पीट रहे हैं। उनके अनुसार, पुलिसकर्मी भी इंसान हैं और उनके साथ सही व्यवहार होना चाहिए। दिल्ली पुलिस कमिश्नर अमूल्य पटनायक के आश्वासन के बाद पुलिसकर्मियों ने मंगलवार रात को ही अपना प्रदर्शन खत्म कर दिया था।