जम्मू-कश्मीर: आतंकियों से मुक्त हुआ डोडा जिला, अनंतनाग में तीन आतंकी ढेर
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के अनंतनाग में आज सुबह हुई एक मुठभेड़ ने तीन आतंकियों को ढेर कर दिया। मारे गए आतंकियों में हिजबुल मुजाहिदीन का एक कमांडर अहमद भट भी शामिल है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने इसे एक बड़ी कामयाबी बताया है और जम्मू के डोडा जिले को आतंक मुक्त घोषित कर दिया है। भट जिले में सक्रिय एकमात्र आतंकवादी था।
इसके अलावा पुलवामा जिले के त्राल से भी हिजबुल मुजाहिदीन का सफाया किया जा चुका है।
मुठभेड़
मारे गए आतंकियों में लश्कर के दो आतंकी भी शामिल
अनंतनाग के खुल चोहर में आतंकियों के छिपे होने की जानकारी मिलने के बाद सेना, जम्मू-कश्मीर पुलिस और केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (CRPF) ने संयुक्त अभियान चलाया और तीन आतंकियों को ढेर कर दिया।
मारे गए आतंकियों में मसूद भट के अलावा लश्कर-ए-तैयबा के जो आतंकी भी शामिल हैं जिनमें एक जिला कमांडर था।
सेना ने अपने बयान में कहा कि आतंकियों के पास से एक AK-47 राइफल और दो पिस्तौल भी बरामद की गई हैं।
बयान
जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख बोले- डोडा आतंक मुक्त
जम्मू-कश्मीर पुलिस प्रमुख दिलबाग सिंह ने मामले पर NDTV से बातचीत करते हुए कहा, "मसूद डोडा पुलिस द्वारा दायर किए गए एक रेप केस में शामिल था और तभी से फरार था। बाद में वह हिजबुल मुजाहिदीन के साथ जुड़ गया और अपने ऑपरेशन का इलाका कश्मीर में शिफ्ट कर दिया।"
उन्होंने कहा कि डोडा जिला अब आतंक मुक्त हो गया है और मसूद भट इलाके में सक्रिय एकमात्र आतंकवादी था।
आतंकियों के खिलाफ अभियान
त्राल से हिजबुल मुजाहिदीन का सफाया, दक्षिण कश्मीर से आतंकियों के सफाए का लक्ष्य
बता दें कि जम्मू-कश्मीर में सुरक्षाबलों ने आतंक के खात्मे के लिए ऑपरेशन चलाया हुआ है। इसके तहत पुलवामा के त्राल से हिजबुल मुजाहिदीन का सफाया किया जा चुका है जो 1989 के बाद पहली बार हुआ है।
सुरक्षा बलों का लक्ष्य जल्द ही दक्षिण कश्मीर से आतंकियों का सफाया करना है। कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक विजय कुमार के अनुसार, दक्षिण कश्मीर में अभी 29 विदेशी आतंकी सक्रिय हैं और नीचे आने पर उन्हें ढेर किया जाएगा।
आतंकी
इस साल अब तक मारे गए 100 से अधिक आतंकी
गौरतलब है कि इस साल जम्मू-कश्मीर में 100 से अधिक आतंकी मारे जा चुके हैं। पिछले हफ्ते इसकी जानकारी देते हुए दिलबाग सिंह ने कहा था, "पिछले साढ़े पांच महीने में 100 से अधिक आंतकियों को मारा जा चुका है जिनमें से 50 से अधिक हिजबुल मुजाहिदीन, लगभग 20 लश्कर-ए-तैयबा, 20 जैश-ए-मोहम्मद और बाकी अल-बद्र, अंसार गजवातुल हिंद जैसे छोटे आतंकी समूहों से थे।"
उन्होंने कहा था कि जम्मू-कश्मीर के लोगों के सहयोग के कारण ये सफलताएं मिली हैं।