पुजारियों समेत 140 कर्मचारी पाए गए कोरोना संक्रमित, फिर भी तिरुपति मंदिर में जारी रहेंगे दर्शन
पुजारियों समेत 140 कर्मचारियों के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने के बावजूद प्रसिद्ध तिरुपति बालाजी मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद नहीं किया जाएगा। मंदिर को चलाने वाले बोर्ड के अध्यक्ष के प्रमुख वाई वी सुब्बा रेड्डी ने आज ये ऐलान किया। बता दें कि पुजारियों और कर्मचारियों के संक्रमित पाए जाने के बाद खुद मंदिर के मानद मुख्य पुजारी रमन्ना दीक्षितुलु ने मंदिर को श्रद्धालुओं के लिए बंद किए जाने की मांग की थी।
11 जून को आम लोगों के लिए खोला गया था मंदिर
कोरोना वायरस और लॉकडाउन के कारण बंद किए गए आंध्र प्रदेश के तिरुपति बालाजी मंदिर को 8 जून को शुरू हुए अनलॉक-1 के तहत 11 जून को आम लोगों के लिए खोल दिया गया था। इसके दो दिन बाद से ही मंदिर से जुड़े कर्मचारी संक्रमित पाए जाने लगे और अब तक 140 से अधिक कर्मचारियों को संक्रमित पाया जा चुका है। संक्रमितों में 14 पुजारी शामिल हैं, वहीं बाकी आम कर्मचारी हैं।
मामले सामने आने के बाद उठी दर्शन बंद किए जाने की मांग
पुजारियों और कर्मचारियों के संक्रमित पाए जाने के बाद से ही कई राजनीतिक पार्टियां और कर्मचारी संगठन मंदिर को आम लोगों के लिए बंद करने की मांग कर रही थीं। मंदिर के मानद मुख्य पुजारी रमन्ना दीक्षितुलु ने ट्वीट करते हुए लिखा था, '50 पुजारियों में 15 कोरोना संक्रमित पुजारियों को क्वारंटाइन किया गया है। 25 के नतीजे आना बाकी है। मंदिर बोर्ड ने दर्शन रोकने से इनकार कर दिया है... अगर ये जारी रहता है तो विनाशकारी होगा।'
दीक्षितुलु ने चंद्रबाबू नायडू पर साधा निशाना
दीक्षितुलु ने अपने ट्वीट में मंदिर बोर्ड पर चंद्रबाबू नायडू और उनकी पार्टी तेलुगू देशम पार्टी (TDP) की ब्राह्मण विरोधी नीतियों का पालन करने का आरोप भी लगाया। मुख्यमंत्री जगन मोहन रेड्डी को टैग करते हुए उन्होंने उनसे मामले में कार्रवाई करने की मांग की।
मंदिर बोर्ड के अध्यक्ष बोले- नहीं बंद होंगे दर्शन
अब पूरे विवाद पर प्रतिक्रिया देते हुए मंदिर चलाने वाले तिरुमाला तिरुपति देवस्थानम बोर्ड के चेयरमैन वाईवी सुब्बा रेड्डी ने कहा कि मंदिर में दर्शन बंद करने की कोई योजना नहीं है। उन्होंने कहा कि श्रद्धालुओं के कोरोना वायरस से संक्रमित पाए जाने का कोई सबूत नहीं है। रेड्डी ने कहा कि संक्रमितों में ज्यादातर मंदिर के साथ काम कर रहे पुलिसकर्मी हैं। उन्होंने बताया कि 70 संक्रमित ठीक हो चुके हैं और केवल एक की स्थिति गंभीर है।
रेड्डी बोले- ड्यूटी पर नहीं रहेंगे वरिष्ठ पुजारी
रेड्डी ने कहा, "तिरुपति मंदिर को बंद करने की हमारी कोई योजना नहीं है। वरिष्ठ पुजारियों को ड्यूटी पर नहीं रखा जाएगा। इसके अलावा पुजारियों और कर्मचारियों ने अलग-अलग आवास का अनुरोध किया है।" उन्होंने कहा कि कर्मचारियों का खाना अलग जगह पर बनाया जाएगा।
दीक्षितुलु को सीधे बोर्ड को देनी चाहिए थी सलाह- रेड्डी
दीक्षितुलु के ट्वीट पर प्रतिक्रिया देते हुए रेड्डी ने कहा कि सोशल मीडिया पर डालने की बजाय उन्हें मंदिर बोर्ड को अपना सुझाव देना चाहिए था। गौरतलब है कि मंदिर के मुख्य पुजारी रह चुके दीक्षितुलु को 2018 में रिटायरमेंट की उम्र होने के बाद इस पद से हटा दिया गया था। 2019 में जगन रेड्डी के सत्ता में आने के बाद उन्हें मानद मुख्य पुजारी बनाया गया। वह बोर्ड और नायडू पर आर्थिक गड़बड़ी का आरोप लगा चुके हैं।
रोजाना दर्शन के लिए आ रहे 8,000-9,000 श्रद्धालु
बता दें कि 11 जून को दर्शन खुलने के बाद तिरुपति बालाजी मंदिर में शुरूआत में रोजाना करीब 6,000 श्रद्धालु आते थे और ये संख्या धीरे-धीरे बढ़कर 15,000 तक पहुंच गई। अब मंदिर में कोरोना वायरस से संक्रमण के मामले सामने आने के बाद श्रद्धालुओं की संख्या में कमी आई है और रोजाना 8,000 से 9,000 के बीच श्रद्धालु दर्शन करने के लिए आ रहे हैं। मंदिर में आने पर श्रद्धालुओं पर डिसइंफेक्टेंट का छिड़काव किया जाता है।