असम: हिरासत में ली गई तीन बहनों के कपड़े उतरवाकर की मारपीट, दो पुलिसकर्मी सस्पेंड
असम के दरंग जिले में तीन बहनों ने पुलिसकर्मियों पर उत्पीड़न, कपड़े उतरवाने और लाठियों से मारने का आरोप लगाया है। पुलिस ने इन तीनों मुस्लिम महिलाओं के भाई पर कथित तौर पर एक हिंदू महिला के अपहरण का मामला दर्ज किया था। उसकी तलाश में जुटी पुलिस ने इन महिलाओं को हिरासत में ले लिया, जहां इनके साथ मारपीट और बदसलूकी की गई। आइये, इस घटना के बारे में विस्तार से जानते हैं।
दो पुलिसकर्मी सस्पेंड
असम के DGP कुलधर सैकिया ने इंडियन एक्सप्रेस को बताया कि यह मामला सामने आने के बाद पुलिस आउटपोस्ट के इंचार्ज सब-इंस्पेक्टर महेंद्र शर्मा और महिला कॉन्स्टेबल बिनिता बोरो को सस्पेंड कर दिया गया है और उनके खिलाफ आपराधिक मामला दर्ज किया गया है। साथ ही उन्होंने एक सप्ताह के भीतर इन आरोपों की जांच रिपोर्ट मांगी है। पुलिस ने इस मामले में तीनों में एक महिला की शिकायत पर 10 सितंबर को केस दर्ज किया था।
9 सितंबर को महिलाओं को लिया गया था हिरासत में
शिकायतकर्ता महिला ने अपने साथ हुई घटना के बारे में विस्तार से बताते हुए पुलिस को पत्र लिखा था। इसमें उन्होंने लिखा, "शर्मा और बोरो ने हमारे कपड़े उतार कर हमें नंगा किया और हमारे निजी अंगो को छुआ।" इन तीनों महिलाओं की उम्र 30, 28 और 18 साल है। शर्मा ने 9 सितंबर को छापा मारकर इनके घर से उठाया था। इनमें से 28 वर्षीय महिला ने पुलिस में इस मामले की शिकायत दर्ज करवाई है।
युवक के लौटने तक जारी रहा उत्पीड़न
शिकायतकर्ता महिला ने बताया कि जब तक उनका शिलॉन्ग में हिंदू महिला के साथ उनके भाई से संपर्क नहीं हुआ, पुलिस ने उनका उत्पीड़न जारी रखा। महिला ने कहा कि जब उनका भाई उस महिला के साथ थाने पहुंचा तो पुलिस वालों ने उनके साथ भी मारपीट की। शिकायतकर्ता ने कहा कि उसका भाई शादीशुदा है, लेकिन उसने अपनी पत्नी को छोड़ दिया और उसका पिछले दो सालों से हिंदू महिला के साथ अफेयर चल रहा है।
हिंदू महिला के परिजनों ने लगाया था अपहरण का आरोप
दरंग के SP अमृत भुयन ने बताया कि हिंदू महिला के परिजनों की शिकायत पर 6 सितंबर को अपहरण का केस दर्ज किया गया था। अब अपहरण के आरोपी लड़कों को गिरफ्तार कर लिया गया है। पुलिस ने बताया कि जब हिंदू महिला वापस लौटकर आई तो उसने बताया कि उसे जबरदस्ती ले जाया गया था, जबकि आरोपी युवक के परिवार वालों का कहना है कि इनके बीच अफेयर चल रहा था और यह अपहरण नहीं था।
बंदूक की नोक पर लेकर गए हिरासत में- शिकायतकर्ता
शिकायतकर्ता महिला ने कहा कि सब-इंस्पेक्टर शर्मा पिस्तौल की नोक पर उन्हें हिरासत में लेकर गया था। महिला ने आरोप लगाते हुए कहा, "थाने में मेरे पति को बंद किया गया। मेरी बहन के कपड़े उतरवाये गए और उसे लाठी से पीटा गया। उसकी टांग में कुछ दर्द था और उसे वहीं मारा गया। उन्होंने मेरी छोटी बहन से भी मारपीट की। जब मैंने बताया कि वह गर्भवती है तो पुलिसवालों ने मुझे भी पीटा।"