पुलवामा के शहीदों के लिए 110 करोड़ रुपये का दान देना चाहते हैं यह दृष्टिहीन वैज्ञानिक
क्या है खबर?
मुंबई में रहने वाले वैज्ञानिक मुर्तजा ए हामिद पुलवामा में शहीद हुए जवानों के लिए प्रधानमंत्री राष्ट्रीय राहत कोष में 110 करोड़ रुपये देना चाहते हैं।
टाइम्स ऑफ इंडिया में छपी खबर के मुताबिक, मुर्तजा शहीदों के परिवारों की सहायता करना चाहते हैं। उन्होंंने प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) को एक ई-मेल भेजा है, जिसमें उन्होंने इस बात का जिक्र किया है कि वह दान के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से मिलना चाहते हैं।
प्रेरणा
दान देने की प्रेरणा
जन्म से अपनी नजर गंवा चुके मुर्तजा ने कोटा के सरकारी कॉलेज से कॉमर्स में ग्रेजुएशन किया है।
जब उनसे पूछा गया कि उन्हें दान देने की प्रेरणा कहां से मिली तो उन्होंने कहा कि देश के लिए अपनी जान देने वाले लोगों की मदद और समर्थन का जज्बा हर नागरिक में होना चाहिए।
मुर्तजा ने अफसोस जताते हुए कहा कि अगर उनकी खोज को मान्यता मिल जाती तो पुलवामा हमले जैसे मामलों की जांच की जा सकती थी।
खोज
क्या थी मुर्तजा की खोज
मुर्तजा ने दावा किया उन्होंने फ्यूल बर्न रेडिएशन टेक्नोलॉजी का अविष्कार किया था, जिसकी मदद से वाहन या दूसरे सामान को बिना कैमरे या GPS की मदद से खोजा जा सकता है।
मुर्तजा ने दावा किया कि उन्होंने अपने प्रस्ताव को 2016 में नेशनल हाइवे अथॉरिटी ऑफ इंडिया (NHAI) को भेज दिया था।
इस पर मंजूरी मिलने में उन्हें दो साल लगे और अब सरकार के अगले कदम का आज भी उन्हें इंतजार है।
सफर
कॉमर्स छात्र कैसे बना वैज्ञानिक
जब उनसे पूछा गया कि कॉमर्स के एक छात्र वैज्ञानिक कैसे बन गए तो उन्होंने अपने सफर के बारे में बताया।
उन्होंने कहा कि 2010 में जयपुर में एक पेट्रोल पंप पर आग लगी थी। इसके बाद उन्हें यह जानने की इच्छा हुई कि फोन पर बातचीत करने से पेट्रोल पंप पर आग कैसे लग सकती है।
उन्होंने अपनी जिज्ञासा का शांत करने के लिए खोज शुरू की और इसी दौरान उन्होंने फ्यूल बर्न रेडिएशन टेक्नोलॉजी का अविष्कार किया।