अनंतनाग हमले के पीछे है 1999 में भारत द्वारा रिहा किए गए आतंकी का हाथ- रिपोर्ट
भारत द्वारा 1999 में रिहा किए गए आतंकी का अनंतनाग हमले के पीछे हाथ हो सकता है। इंडिया टूडे के मुताबिक, बुधवार शाम को अनंतनाग में हुए आतंकी हमले को आतंकी संगठन अल उमर मुजाहिद्दीन ने अंजाम दिया है। इसका सरगना मुश्ताक अहमद जरगर है। मुश्ताक उन तीन आतंकियों में शामिल हैं, जिन्हें इंडियन एयरलाइन के विमान में सवार लोगों को छोड़ने के बदले रिहा किया गया था। आइये, इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
मसूद अजहर के साथ रिहा किया गया था मुख्तार
आतंकियों ने दिसंबर, 1999 में इंडियन एयरलाइन के एक विमान को हाईजैक कर लिया था। उन्होंने 180 यात्रियों से भरे इस विमान को छोड़ने के बदले तीन आतंकियों की रिहाई की शर्त रखी थी। भारत सरकार ने विमान को आतंकियों की पकड़ से छुड़ाने के लिए जिन तीन आतंकियों को रिहा किया था, उनके नाम मुख्तार, मसूद अजहर और शेख अहमद उमर सईद हैं। मसूद अजहर आतंकी संगठन जैश-ए-मोहम्मद का सरगना है, जिसने पुलवामा हमले को अंजाम दिया था।
सात साल जेल में था मुख्तार
साल 1999 में अपनी रिहाई से पहले मुख्तार सात साल जेल में काट चुका था। उसे 1992 में गिरफ्तार किया गया था। विमान हाईजैक करने वाले आतंकी 1999 में उसे जेल से छुड़ाने में कामयाब हो गए।
जैश-ए-मोहम्मद की मदद से हमला- रिपोर्ट
बुधवार शाम अनंतनाग में CRPF जवानों पर हमला हुआ था। पुलिस के मुताबिक, मोटरसाइकिल सवार दो आतंकियों ने यह हमला किया था। मुश्ताक के आतंकी संगठन अल उमर मुजाहिद्दीन ने इसकी जिम्मेदारी ली है। इंडिया टूडे ने सूत्रों के हवाले से दावा किया है कि अनंतनाग हमले के पीछे मुश्ताक का हाथ है। हालांकि, अधिकारी इसके पीछे जैश-ए-मोहम्मद को मान रहे हैं। उनका मानना है कि अल उमर मुजाहिद्दीन इतना शक्तिशाली नहीं है कि वह ऐसे हमले करा सके।
मुश्ताक ने मिलाया है जैश-ए-मोहम्मद से हाथ
खुफिया एजेंसियों का मानना है कि अल उमर मुजाहिद्दीन ऐसे हमले नहीं कर सकता। सूत्रों ने बताया कि हो सकता है कि मुश्ताक को जैश के साथ मिलकर कश्मीर में ऐसे हमलों को अंजाम देने की जिम्मेदारी सौंपी गई हो। एजेंसियों का मानना है कि जैश और अल उमर मुजाहिद्दीन के बीच समझौता हुआ है और इसके पीछे मुश्ताक है। बता दें, मुश्ताक एक समय जम्मू-कश्मीर लिब्रेशन फ्रंट का सदस्य है और पिछले काफी समय से पाकिस्तान में है।
मोटरसाइकिल सवार आतंकी ने दिया था हमले को अंजाम
अनंतनाग हमले में दो असिस्टेंट सब-इंस्पेक्टर सहित पांच CRPF जवानों की जान चली गई थी और एक नागरिक और तीन सुरक्षाकर्मी घायल हो गए। एक सुरक्षाकर्मी ने दम तोड़ने से पहले आंतकी को मार गिराया था। पुलिस ने कहा कि मोटरसाइकिल सवार दो आतंकियों ने इस हमले को अंजाम दिया, वहीं प्रत्यक्षदर्शियों का कहना है कि मोटरसाइकिल पर केवल एक शख्स सवार था। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि यह विदेशी आतंकी का काम है।