दिल्ली: शराब पीने से रोका तो किरायेदार ने हथौड़ा मारकर की मकान मालिक की हत्या
दिल्ली में एक किरायेदार ने मकान मालिक की सिर में हथौड़ा मारकर हत्या कर दी है। भागने से पहले उनसे शव के साथ सेल्फी भी ली। पुलिस ने बताया कि आरोपी बिहार निवासी पंकज कुमार को वारदात के 24 घंटे से भी कम समय में गिरफ्तार कर लिया गया। वारदात को अंजाम देने से चार दिन पहले ही आरोपी किराये पर रहने के लिए आया था। मृतक मकान मालिक की पहचान सुरेश के तौर पर हुई है।
शराब पीने से रोकने को लेकर शुरू हुआ था झगड़ा
मकान मालिक और किरायेदार के बीच झगड़े की शुरुआत शराब पीने से रोकने को लेकर हुई थी। पुलिस ने बताया कि सुरेश ने पंकज को शराब पीने से रोका था। इसके बाद दोनों के बीच गहमा-गहमी हुई, लेकिन पंकज ने सुरेश और उनके बेटे जगदीश से इसके लिए माफी मांग ली और झगड़ा सुलझ गया। पूछताछ में आरोपी ने बताया कि उसने मकान मालिक को इसलिए मारा है क्योंकि उसे शराब पीने पर टोके जाने से अपमान महसूस हुआ था।
हथौड़े से किया था वार- आरोपी
NDTV के अनुसार, आरोपी ने पुलिस को बताया कि मकान मालिक पर हथौड़े से उस समय वार किया, जब वो सो रहा था। हत्या करने के बाद उसने शव के साथ सेल्फी ली और वीडियो भी बनाया। वारदात को अंजाम देने के बाद वह सुरेश का मोबाइल और दूसरे सामान लेकर चला गया। अगले दिन उसने मकान मालिक के बेटे को फोन कर बताया कि उसे अपमानजनक शब्द कहे गए थे, जिस वजह से उनसे घर छोड़ दिया है।
कैसे चला हत्या का पता?
आरोपी का फोन आने के बाद मकान मालिक के बेटे को उस पर शक हुआ और उसने घर जाकर देखा। वहां उसने पाया कि पहली मंजिल पर सुरेश की लाश पड़ी है। इसके बाद उसने तुरंत पुलिस को सूचना दी। पुलिस ने बताया कि आरोपी को महज 24 घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया। उसकी गिरफ्तारी के लिए इलेक्ट्रॉनिक सर्विलांस समेत कई रणनीतियां अपनाई गई थी। 250 किलोमीटर पीछा करने के बाद पुलिस ने आरोपी को गिरफ्तार कर लिया।
दिल्ली में बढ़ रहा है अपराध
राष्ट्रीय राजधानी में इस साल के शुरुआती छह महीनों में पिछले साल के छह महीनों की तुलना में जघन्य मामले 13 प्रतिशत बढ़े हैं। दिल्ली पुलिस के आंकड़े बताते हैं कि राजधानी में इस साल 1 जनवरी से 15 जुलाई तक जघन्य अपराध के 3,140 मामले दर्ज हुए, जबकि पिछले साल के पहले छह महीने में ऐसे 2,790 मामले सामने आए थे। इस साल जुलाई तक दिल्ली में हत्या के 277 मामले दर्ज हुए। पिछले साल यह संख्या 235 थी।