गुजरात: होमवर्क न करने पर छात्रों को शिक्षक की सजा, कंगन पहनने पर किया मजबूर
क्या है खबर?
गुजरात के मेहसाणा जिले के एक प्राथमिक विद्यालय में 3 लड़कों को होमवर्क न करने की सजा के तौर पर कंगन पहनाने का मामला सामने आया है।
घटना के बाद कक्षा 6 के ये तीनों छात्र अगले दो दिन "शर्म" के कारण विद्यालय नहीं गए।
जिले के प्राथमिक शिक्षा विभाग ने मामले में जांच शुरू कर दी है और आरोपी शिक्षक को छुट्टी पर भेज दिया गया है।
पूरा मामला क्या है, आइए आपको विस्तार से बताते हैं।
घटना
शर्म की निशानी के तौर पर शिक्षक ने पहनाए कंगन
घटना मेहसाणा जिले के खेरालू तालुका के सरकारी प्राथमिक विद्यालय नंबर 3 की है।
गुरुवार को शिक्षक मनुभाई प्रजापति ने कक्षा 6 के तीन छात्रों को होमवर्क न करने पर सजा के तौर पर कंगन पहनने को मजबूर किया था।
प्रजापति ने कक्षा की लड़कियों से अपने कंगन छात्रों को देने को कहा और इसके बाद तीनों लड़कों को "शर्म की निशानी" के तौर पर इन कंगनों को पहनने को मजबूर किया।
शिकायत
बच्चों के विद्यालय जाने से मना करने पर शिक्षा अधिकारियों से मिले परिजन
तीनों छात्र घटना के बाद "शर्म" के कारण अगले दो दिन शुक्रवार और शनिवार को विद्यालय नहीं गए, जिसके बाद उनके परिजनों ने शिक्षा विभाग के अधिकारियों से संपर्क किया।
शनिवार को अधिकारियों से बात करते हुए परिजनों ने उन्हें पूरी घटना के बारे में बताया और कहा कि उनके बच्चे अब विद्यालय नहीं जाना चाहते।
परिजनों की शिकायत के बाद शिक्षा विभाग ने मामले में जांच के आदेश दिए हैं।
बयान
जिला शिक्षा अधिकारी ने दिया कार्रवाई का आश्वासन
जिला शिक्षा अधिकारी स्मित पटेल ने कहा, "मामले में जांच के आदेश दिए गए हैं और माता-पिता के बयान रिकॉर्ड करने के बाद विस्तृत रिपोर्ट भेजी जाएगी। दोषी पाए जाने पर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई होगी। माता-पिता और छात्रों को आज विद्यालय बुलाया गया है।"
कार्रवाई
शिक्षक को अनिश्चितकालीन छुट्टी पर भेजा गया
इस बीच शिक्षा विभाग ने आरोपी शिक्षक प्रजापति पर कार्रवाई करते हुए उसे सोमवार से अनिश्चितकालीन छुट्टी पर भेज दिया है।
इस बीच खेरालू के अधिकारियों ने इस बात से इनकार किया है कि घटना के बाद बच्चों ने विद्यालय जाना बंद कर दिया था।
खेरालू तालुका की शिक्षा अधिकारी कल्पना चौधरी ने बताया, "हम मामले की जांच कर रहे हैं और शिक्षक को अभी छुट्टी पर भेज दिया गया है। सोमवार से तीनों छात्र विद्यालय आ रहे हैं।"