रेल राज्यमंत्री बोले- सार्वजनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वाले को देखते ही गोली मार देनी चाहिए
नागरिकता कानून के खिलाफ हो रहे प्रदर्शनों के बीच केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगड़ी ने कहा कि रेल संपत्ति को नुकसान पहुंचाने वालों को देखते ही गोली मार देनी चाहिए। उन्होंने कहा कि उन्होंने एक मंत्री के तौर पर सभी जिला प्रशासन और रेलवे अधिकारियों को कड़े निर्देश दिए हैं कि अगर कोई सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुंचाता है, जिसमें रेलवे भी शामिल है तो ऐसे लोगों को देखते ही गोली मार दें।
नागरिकता कानून से देश के नागरिकों को नुकसान नहीं- अंगड़ी
दरअसल, एक पत्रकार ने अंगड़ी से सवाल किया था कि नागरिकता कानून के विरोध के बीच रेलवे अपनी संपत्ति को नुकसान से बचाने के लिए क्या कदम उठा रही है? इसके जवाब में उन्होंने यह विवादित बयान दिया। अंगड़ी ने कहा कि नये नागरिकता कानून से देश के किसी नागरिक को कोई नुकसान नहीं होगा। कुछ असामाजिक तत्व देश में उपद्रव कर रहे हैं। विपक्षी पार्टियां ऐसे तत्वों को समर्थन दे रही हैं।
मंत्री होने के नाते दिये आदेश- अंगड़ी
प्रदर्शनों से प्रभावित हुई थी रेल सेवाएं
नागरिकता संशोधन कानून का विरोध करने वाले प्रदर्शनकारियों ने पश्चिम बंगाल में रेल पटरियों को बाधित कर दिया था। प्रदर्शनकारियों ने स्टेशनों पर तोड़फोड़ की और पटरियों को आग के हवाले कर दिया। इससे रेल सेवाएं बुरी तरह प्रभावित हुई थीं। देश के पूर्वोत्तर इलाकों खासतौर असम में इस कानून के विरोध में बड़े स्तर पर प्रदर्शन हो रहे हैं। कुछ इलाकों में सावर्जनिक संपत्ति को नुकसान पहुंचाने की भी खबरें सामने आ चुकी हैं।
बयान देकर घिरे अंगड़ी
अंगड़ी विवादित बयान देकर विपक्षियों के निशाने पर आ गए हैं। नेशनलिस्ट कांग्रेस पार्टी नेता सुप्रिया सुले ने अंगड़ी के बयान की निंदा की है। सुले ने कहा, "एक मंत्री कैसे कह सकता है कि उसने देखते ही गोली मारने का आदेश दिया है। यह बयान बेहद घृणित है। हम किसी तानाशाही में नहीं बल्कि एक लोकतांत्रिक देश में रहते हैं।" गौरतलब है कि अंगड़ी पहले भी अर्थव्यवस्था को लेकर दिए गए अपने बयान के कारण चर्चा में रहे थे।
अर्थव्यवस्था को लेकर क्या बोले थे अंगड़ी?
कर्नाटक के बेलगाम से सांसद और केंद्रीय रेल राज्य मंत्री सुरेश अंगडी ने पिछले महीने कहा था एयरपोर्ट और ट्रेन भरे हुए हैं और लोग शादियां कर रहे हैं, इससे संकेत मिलता है कि अर्थव्यवस्था ठीक है। हर तीन साल में अर्थव्यवस्था में मांग की कमी होती है। इसके बाद अर्थव्यवस्था ऊपर भी उठती है। उन्होंने कहा था कि कुछ लोग आर्थिक संकट का दावा करके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की छवि को खराब करने की कोशिश कर रहे हैं।