सुल्तानपुरी हादसा: घटना के समय घर पर मौजूद था कार चलाने का आरोपी- पुलिस
क्या है खबर?
दिल्ली के सुल्तानपुरी हादसे की जांच में एक बड़ा मोड़ आया है।
दरअसल, पुलिस ने बताया है कि हादसे के समय कार में चार ही लोग सवार थे, जबकि पहले इसमें पांच लोगों के सवार होने की बात कही जा रही है।
पुलिस ने गाड़ी चलाने के आरोप में जिस व्यक्ति को गिरफ्तार किया है, वह हादसे के समय गाड़ी में नहीं बल्कि अपने घर पर था।
आइये इस बारे में विस्तार से जानते हैं।
पृष्ठभूमि
सबसे पहले हादसे के बारे में जानिये
दिल्ली के अमन विहार की रहने वाली 20 वर्षीय अंजलि नए साल की पार्टी कर 1 जनवरी की सुबह अपनी दोस्त निधि के साथ वापस लौट रही थी, तभी सुल्तानपुरी में एक कार ने उनकी स्कूटी को टक्कर मार दी।
कार अंजलि को करीब 13 किलोमीटर तक घसीट कर ले गई और इस दौरान आई चोटों से उसकी मौत हो गई।
पुलिस ने इस मामले में दीपक खन्ना, मनोज मित्तल, अमित खन्ना, कृष्ण और मिथुन को गिरफ्तार किया था।
बयान
कार में मौजूद नहीं थे दीपक खन्ना- पुलिस
दिल्ली पुलिस ने हादसे के बाद दीपक खन्ना को कार चलाने के आरोप में गिरफ्तार किया था।
अब जांच में पता चला है कि हादसे के समय दीपक खन्ना कार में मौजूद नहीं थे। हादसे के समय कार अमित खन्ना चला रहे थे और उसमें सवार किसी भी व्यक्ति के पास ड्राइविंग लाइसेंस नहीं है। इसलिए परिजनों और दोस्तों के कहने पर दीपक खन्ना ने कार चलाने की बात कबूल की, क्योंकि उनके पास ड्राइविंग लाइसेंस है।
बयान
अमित चला रहा था कार- पुलिस
पूछताछ के दौरान पुलिस को पता चला कि दीपक की फोन लोकेशन बाकी आरोपियों के साथ नहीं मिल रही है। उनकी फोन लोकेशन और कॉल रिकॉर्ड के आधार पर पता चला है कि वो हादसे के समय अपने घर पर मौजूद थे।
दिल्ली पुलिस के स्पेशल कमिश्नर सागर प्रीत हुड्डा ने बताया कि अमित खन्ना कथित तौर पर हादसे के समय कार चला रहा था और इसे साबित करने के लिए पुलिस के पास वैज्ञानिक साक्ष्य हैं।
जानकारी
पूछताछ के दौरान दीपक ने कबूल की कार में न होने की बात
पुलिस ने बताया कि पूछताछ के दौरान आरोपियों के बयान मेल नहीं खा रहे थे। CCTV फुटेज देखने से भी पता नहीं चला कि गाड़ी कौन चला रहा था। हालांकि, लगातार पूछताछ के बाद दीपक ने बताया कि वह गाड़ी नहीं चला रहा था।
तलाश
अमित के भाई अंकुश की तलाश में जुटी पुलिस
एक और पुलिस अधिकारी ने बताया कि हादसे के बाद अमित ने अपने भाई अंकुश खन्ना को इसकी जानकारी दी थी। अंकुश ने तब अमित को दीपक (उनका चचेरा भाई) से इस हादसे की जिम्मेदारी लेने को कहा, क्योंकि उसके पास ड्राइविंग लाइसेंस था।
उन्होंने कहा कि पुलिस अंकुश और एक और आरोपी आशुतोष की तलाश कर रहे हैं। ये दोनों भी इस मामले में शामिल हैं।
अब पुलिस ने आशुतोष को गिरफ्तार कर लिया है।
बयान
आशुतोष ने ड्राइवर को लेकर बोला झूठ- पुलिस
FIR के मुताबिक, आशुतोष को घटना के बारे में पता था और उन्होंने पुलिस को ड्राइवर को लेकर गलत जानकारी दी थी। आशुतोष कार के असली मालिक लोकेश का रिश्तेदार है, जिससे आरोपियों ने कार मांगी थी।
आशुतोष ने पुलिस को बताया कि उन्होंने दीपक और अमित को कार दी थी। एक पुलिस अधिकारी ने बताया कि आशुतोष को मामले के बारे में पता था। इसके बावजूद वह कुछ नहीं बताया और ड्राइवर को लेकर झूठ बोला।