
तमिलनाडु: तीन वर्षीय बच्चे को कुएं से निकालने का काम जारी, अंतिम चरण में बचाव अभियान
क्या है खबर?
तमिलनाडु में बोरवेल में गिरे तीन वर्षीय सुजीत को बचाने का अभियान अंतिम चरण में पहुंच गया है। सोमवार को इस बचाव अभियान का चौथा दिन है।
बचाव कर्मियों ने 40 फीट से ज्यादा गहरा एक नया कुआं खुदा है। यह कुआं, उस कुएं से तीन मीटर दूर है, जिसमें सुजीत फंसा हुआ है।
तमिलनाडु के मंत्री सी विजयभास्कर ने बताया कि अभियान अंतिम चरण है। चट्टानों की वजह से जमीन की खुदाई में परेशानी आ रही है।
राहत
बेहोश हुआ बच्चा, लेकिन चल रही हैं सांसे
यह घटना त्रिचूरपल्ली जिले के नंदुकट्टूपट्टी गांव की है। अधिकारियों ने बताया कि कुएं में फंसे होने के कारण सुजीत बेहोश हो गया है, लेकिन उसकी सांसे चल रही है।
शुक्रवार शाम को ऑयल एंड नैचुरल गैस कॉर्पोरेशन (ONGC) ने 110 फीट गहरा कुआं खोदा, जिसके जरिए बचाव अधिकारी बच्चे तक पहुंचेंगे। इस कुएं की चौड़ाई एक मीटर बताई जा रही है।
हालांकि, मशीन में तकनीकी खामी के कारण यह काम कुछ देर तक प्रभावित हुआ था।
बचाव अभियान
100 फीट गहराई में फंसा है बच्चा
अधिकारियों ने बताया कि नए कुएं की खुदाई के बाद सुरंग बनाकर दूसरे कुएं में पहुंचा जाएगा। सुरंग के जरिए दमकल विभाग के बचाव अधिकारी ऑक्सीजन सिलेंडर के साथ बच्चे तक पहुंचेंगे।
अधिकारियों ने भरोसा जताया कि बच्चे को सुरक्षित बाहर निकाल लिया जाएगा। लगभग 25 लोगों की टीम विशेषज्ञों की देखरेख में इस अभियान में लगी हुई है।
लगभग 100 फीट की गहराई में फंसे बच्चे को लगातार ऑक्सीजन दी जा रही है।
जानकारी
खेलते-खेलते कुएं में गिरा था सुजीत
तीन वर्षीय सुजीत विल्सन शुक्रवार को खेलते-खेलते कुएं में गिर गया था। पहले वह 35 फीट की गहराई पर जाकर अटक गया, लेकिन बाद में और नीचे गिरते हुए 100 फीट की गहरा पर अटका हुआ है। तब से उसे बचाने का काम जारी है।
पुराना हादसा
पंजाब में कुएं में गिरने से बच्चे की हुई थी मौत
इसी साल जून में पंजाब के संगरूर जिले में कुएं में गिरने से एक बच्चे फतेहवीर की मौत हो गई थी। बच्चा खेलते-खेलते कपड़े से ढंके बोरवेल में जा गिरा था।
लगभग 109 घंटे की मशक्कत के बाद उसे कुएं से निकाला गया, लेकिन उसकी जान नहीं बचाई जा सकी।
फतेहवीर अपने माता-पिता का अकेला बच्चा था। बचाव अभियान चला रही टीम ने उस तक ऑक्सीजन पहुंचा दी थी, लेकिन वह उसे खाने-पीने का सामान नहीं दे सकी थी।