#NewsBytesExplainer: दिल्ली के नांगलोई में मुहर्रम के दौरान पत्थरबाजी से संबंधित विवाद क्या है?
दिल्ली के नांगलोई इलाके में शनिवार को मुहर्रम के जुलूस के दौरान हंगामा हो गया। भीड़ ने पथराव कर कई वाहनों को नुकसान पहुंचाया। घटना में 10 पुलिसकर्मियों के भी घायल होने की खबर है। पुलिस ने उपद्रवियों के खिलाफ FIR दर्ज कर ली है और जांच में जुटी है। हंगामे के अगले दिन हिंदू संगठनों की ओर से किए गए प्रदर्शन में आपत्तिजनक नारे लगाए गए। आइए समझते हैं कि पूरा मामला क्या है।
कैसे शुरू हुआ विवाद?
दिल्ली पुलिस के मुताबिक, ताजिया के जुलूस में करीब 7,000 से 8,000 लोग शामिल थे। सारा आयोजन शांतिपूर्वक हो रहा था, तभी कुछ असामाजिक तत्व जुलूस को निर्धारित मार्ग से हटाकर दूसरे मार्ग से ले जाने लगे। ये लोग जुलूस को महाराजा सूरजमल स्टेडियम के अंदर ले जाना चाहते थे, जिसकी अनुमति नहीं थी। जब पुलिस ने उन्हें ऐसा करने से रोका तो उपद्रवियों ने पत्थरबाजी शुरू कर दी और देखते ही देखते हिंसा भड़क उठी।
पत्थरबाजी में कितना नुकसान हुआ?
उपद्रवियों की पत्थरबाजी में पुलिसकर्मियों समेत राहगीरों को भी चोटें आईं। एक पुलिसकर्मी पर चाकू से भी हमला किया गया। उपद्रवियों ने वहां से गुजर रही बस को भी निशाना बनाया, जिससे बस के कांच टूट गए। पुलिस की गाड़ियों में भी तोड़-फोड़ की गई है। पुलिस ने हालात को काबू करने के लिए उपद्रवियों पर लाठीचार्ज किया। आनन-फानन में आसपास के थानों से भी पुलिस बल को बुलाया गया।
मामले में अब तक क्या कार्रवाई हुई?
पुलिस ने इस मामले में 3 FIR दर्ज की हैं। इनमें आरोपियों पर दंगा भड़काने और हत्या के प्रयास जैसी धाराएं लगाई गई हैं। नांगलोई के SHO प्रभु दयाल, इंस्पेक्टर नानग राम मीणा और हेड कांस्टेबल मुकेश की शिकायत पर पुलिस ने ये FIR दर्ज की हैं। पुलिस का कहना है कि कुछ संदिग्धों को हिरासत में भी लिया गया है। पुलिस ने आरोपियों की पहचान करने और जांच के लिए अलग-अलग टीमें बनाई हैं।
FIR में पुलिसकर्मियों ने क्या कहा है?
FIR में SHO प्रभु दयाल ने कहा, "शाम 5 बजे के आसपास कुछ लोग सूरजमल स्टेडियम के अंदर जाने के लिए धक्का-मुक्की करने लगे। अनुमति नहीं होने पर उन्हें रोक दिया गया, लेकिन आयोजकों और उनके समर्थकों ने पथराव किया।" हेड कांस्टेबल मुकेश ने शिकायत में कहा, "जुलूस के लिए 4-5 किलोमीटर मार्ग निर्धारित किया था। 3 किलोमीटर के बाद भीड़ के कुछ सदस्य 'उत्तेजित' हो गए क्योंकि वे स्टेडियम में प्रवेश करना चाहते थे।"
CCTV फुटेज खंगाल रही पुलिस
पुलिस CCTV फुटेज के आधार पर आरोपियों की पहचान करने में जुटी है। दैनिक जागरण से बात करते हुए एक पुलिस अधिकारी ने कहा कि इलाके से CCTV फुटेज हासिल करने के लिए एक विशेष टीम का गठन किया गया है। पुलिस सोशल मीडिया पर वायरल हुए वीडियो के आधार पर भी उपद्रवियों की धरपकड़ में जुटी है। दिल्ली (आउटर) के पुलिस उपायुक्त हरेंद्र सिंह ने कहा कि जुलूस के आयोजकों और सदस्यों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
हिंदू संगठनों के प्रदर्शन में क्या हुआ?
घटना के एक दिन बाद रविवार को विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ताओं ने नांगलोई थाने के बाहर प्रदर्शन किया। हिंदू संगठनों ने पुलिस को ज्ञापन सौंप उपद्रवियों को गिरफ्तार करने की मांग की। इंडिया टुडे की रिपोर्ट के मुताबिक, आधे घंटे तक चले इस प्रदर्शन में 'जय श्रीराम' और 'देश के गद्दारों को, गोली मारो......' जैसे नारे लगाए गए। फिलहाल इलाके में भारी संख्या में पुलिस बल तैनात हैं।