दिल्ली: मौजपुर और भजनपुरा में CAA समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा, एक पुलिसकर्मी की मौत

दिल्ली के मौजपुर में आज लगातार दूसरे दिन नागरिकता कानून (CAA) के समर्थकों और विरोधियों के बीच हिंसा हुई। इस दौरान कई वाहनों और दुकानों को भी आग लगा दी गई। पुलिस ने दोनों गुटों को अलग करने के लिए आंसू गैस के गोले छोड़े। इसके अलावा भजनपुरा में भी एक पेट्रोल पंप को आग लगाए जाने की खबरें हैं। हिंसा में दिल्ली पुलिस के एक हेड कांस्टेबल की मौत हो गई। वहीं शहादरा के DCP घायल हुए हैं।
मौके से सामने आए तस्वीरों और वीडियो में वाहनों और दुकानों से धुआं निकलते हुए देखा जा सकता है। वहीं एक वीडियो में एक शख्स को गोली चलाते हुए देखा जा सकता है। अपनी कम संख्या के कारण पुलिसकर्मी भीड़ को काबू करने में नाकाम नजर आ रहे हैं और उनके सामने ही भीड़ पत्थरबाजी कर रही है। हिंसा का मुख्य कारण क्या है और इसकी शुरूआत किसकी ओर से हुई, ये अभी तक स्पष्ट नहीं है।
What Kind of peaceful protest is this? Man firing multiple of gun shots in front of the Police. But the Police man stood firm. Salute to him. #Jafrabad pic.twitter.com/ZudHAcx5qJ
— Atul Ahuja (@atulahuja_) February 24, 2020
'हिंदुस्तान टाइम्स' की रिपोर्ट के अनुसार, भीड़ के एक समूह ने एक परिवार पर भी हमला किया। मौके पर मौजूद अन्य कुछ लोगों ने उन्हें बचाया। इसके अलावा हिंसक भीड़ ने एक युवक भी बुरी तरह से पीटा। भीड़ ने आग में अपनी चप्पलें जलाकर पास ही मौजूद घरों की बालकनी में फेंकी। कुछ घरों के जलने की भी खबरें आई हैं। आंसू गैस के गोले छोड़ने के बावजूद पुलिस हालात पर काबू पाने में नाकाम रही है।
दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल ने ट्वीट कर कहा, 'दिल्ली के इलाकों से शांति और सद्भाव बिगड़ने की बहुत परेशान करने वाली खबरें आ रही हैं। मैं उपराज्यपाल और गृह मंत्री से कानून व्यवस्था फिर से स्थापित करने और शांति और सद्भाव सुनिश्चित करने का अनुरोध करता हूं। किसी को भी हिंसा करने की अनुमति नहीं होनी चाहिए।' ये हिंसा ऐसे समय पर हुई है जब अमेरिका के राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप भारत के दौरे पर हैं।
हिंसा को देखते हुए दिल्ली मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन (DMRC) ने पिंक लाइन के जाफराबाद, मौजपुर-बाबरपुर, गोकुलपुरी, जोहरी एंक्लेव और शिव विहार मेट्रो स्टेशन को बंद कर दिया गया है। वही दिल्ली पुलिस ने हिंसा वाले इलाकों में धारा 144 लगा दी है।
मौजपुर के पास स्थित जाफराबाद में शनिवार रात को लगभग 500 महिलाएं CAA के खिलाफ एक मुख्य सड़क पर धरने पर बैठ गईं थीं। ये महिलाएं अभी भी धरने पर बैठी हुई हैं और इलाके में भारी मात्रा में पुलिस बल तैनात है। रविवार को भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने इस धरने के खिलाफ एक सभा बुलाई थी। इस सभा के बाद मौजपुर में CAA समर्थकों और विरोधियों के बीच पत्थरबाजी हुई और पुलिस को उन्हें काबू में करना पड़ा।
इस बीच पुलिस ने रविवार को हुई हिंसा के मामले में चार FIR दर्ज की हैं। बता दें कि मौजपुर के अलावा जाफराबाद और दयालपुर में भी हिंसा हुई थी। इन हिंसक झड़पों में 10 पुलिसकर्मी और एक आम नागरिक घायल हुआ।
अपनी सभा में कपिल मिश्रा ने दिल्ली पुलिस को चेतावनी देते हुए कहा था कि या तो वो तीन दिन के अंदर जाफराबाद और चांद बाग में सड़के खाली कराएं, नहीं तो उन्हें खुद सड़कों पर उतरना पड़ेगा। उन्होंने कहा, "हम दिल्ली में दूसरा शाहीन बाग नहीं बनने देंगे। ये लोग यही चाहते हैं कि दिल्ली में आग लगी रहे। अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप के जाने तक तो हम इंतजार कर रहे हैं। इसके बाद हमें कोई नहीं रोक पाएगा।"
अब सोमवार को मौजपुर में CAA समर्थक और विरोधी एक बार फिर से आमने-सामने आ गए। दोनों गुटों के बीच पत्थरबाजी हुई और स्थिति काबू से बाहर होती इससे पहले पुलिस ने आंसू गैस के गोले छोड़कर भीड़ को तितर-बितर किया।