जम्मू-कश्मीर: पत्थरबाजों ने ली कश्मीरी ट्रक ड्राइवर की जान, सुरक्षा बलों का ट्रक समझ बरसाए पत्थर
कश्मीर में पत्थरबाजों ने एक ट्रक ड्राइवर की जान ले ली। दक्षिण कश्मीर के अनंतनाग जिले में हुई इस घटना में पत्थरबाजों ने सुरक्षा बलों का ट्रक समझकर अपने घर लौट रहे ट्रक ड्राइवर पर पत्थर बरसाए, जिसमें वह गंभीर रूप से घायल हो गया। उसे जल्दी से पास के अस्पताल ले जाया गया, जहां डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। ट्रक ड्राइवर भी कश्मीर का रहने वाला था। इसमें दो आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया गया है।
अपने घर लौट रहा था ट्रक ड्राइवर
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट करते हुए घटना की जानकारी दी। पुलिस के अनुसार, अनंतनाग के जरादीपुर उरानहाल इलाके के रहने वाले 42 वर्षीय नूर मोहम्मद डार अपने घर लौट रहे थे, तभी विरोध प्रदर्शन कर रहे लोगों ने उनके ट्रक को सुरक्षा बलों का ट्रक समझ कर पत्थर बरसाने शुरू कर दिए। पत्थर ट्रक के शीशे को तोड़ते हुए डार के सिर पर लगे और वह गंभीर रूप से घायल हो गए।
आरोपी पत्थरबाज गिरफ्तार, हत्या का मामला दर्ज
डार को जल्दी से बिजभेरा में पास के एक अस्पताल ले जाया गया और फिर वहां से उन्हें SKIMS सौरा रेफर किया गया। SKIMS में डॉक्टरों ने घोषित किया कि डार की वहां लाने से पहले ही मौत हो चुकी है। पुलिस ने बताया कि पत्थरबाजों की पहचान हो चुकी है और उन्हें गिरफ्तार किया जा चुका है। उनके खिलाफ बिजभेरा पुलिस स्टेशन में हत्या का मामला दर्ज किया गया है।
जम्मू-कश्मीर पुलिस ने ट्वीट कर दी घटना की जानकारी
श्रीनगर में पत्थरबाजी में गंभीर रूप से घायल हुई थी लड़की
पुलिस के अनुसार, कुछ दिन पहले श्रीनगर में भी पत्थरबाजी की घटना में एक लड़की गंभीर रूप से घायल हुई थी। इस मामले में भी केस दर्ज किया गया है। बता दें कि कल ही राज्य सरकार के प्रवक्ता रोहित कंसल ने मीडिया को बताया था कि घाटी में पत्थरबाजी की घटनाओं में तेजी से गिरावट आई है और सुरक्षा बल हालातों पर करीबी नजर बनाए हुए हैं। स्थानीय मामलों को स्थानीय स्तर पर ही निपटाया जा रहा है।
कश्मीर में लगी हैं पाबंदियां
गौरतलब है कि 5 अगस्त को अनुच्छेद 370 और जम्मू-कश्मीर के विशेष दर्जे पर केंद्र सरकार के ऐतिहासिक फैसले के बाद से जम्मू-कश्मीर में कई तरह की पाबंदियां लगी हुई हैं। कश्मीर तो पूरी तरह से बाहरी दुनिया से कटा हुआ है और वहां क्या स्थिति है, ये अभी तक स्पष्ट नहीं है। हालांकि सरकार का कहना है कि हालात नियंत्रण में हैं और पत्थरबाजी और विरोध प्रदर्शन की कुछ छोटी घटनाओं को छोड़ दिया जाए तो हालात सामान्य हैं।