
जम्मू-कश्मीर: लापता हुआ सेना का जवान, आतंकियों द्वारा अपहरण किए जाने की आशंका
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर के कुलगाम से प्रदेशिक सेना (TA) के एक जवान के लापता होने की खबर सामने आई है।
जवान की कार कुलगाम के पास जली हुई अवस्था में मिली है। सेना ने जवान का पता लगाने के लिए सर्च अभियान शुरू कर दिया है।
सेना के अधिकारियों ने बताया कि कार के जली हुई हालत में मिलने के बाद आशंका जताई जा रही है कि आतंकवादियों ने उसका अपहरण कर लिया। अब युद्ध स्तर पर उसकी तलाश जारी है।
प्रकरण
परिवार के साथ ईद मनाने के लिए अपने घर गया था जवान
NDTV के अनुसार सेना के अधिकारियों ने ट्वीट कर बताया कि जवान शाकिर मंजूर प्रादेशिक सेना की 162 बलाटियन में राइफलमैन के पद पर तैनात है। गत दिनों वह परिवार के साथ ईद मनाने के लिए अपने घर शौपियां गया था।
रविवार रात को कुलगाम के रमभामा इलाके में सेना को एक जली हुई कार मिली थी। जांच में वह कार शकरी की ही निकली।
अधिकारियों ने बताया कि संभवत: आतंकवादियों ने उसका अपहरण कर कार को आग लगा दी।
तलाशी
तीन जिलों में चलाया जा रहा है तलाशी अभियान
सेना के अधिकारियों ने बताया कि राइफलमैन शाकिर के अपहरण की संभावना को देखते हुए शोपियां, कुलगाम और अनंतनाग जिलों में सघन तलाशी अभियान चलाया जा रहा है।
अधिकारियों ने जवान के इन्हीं तीन जिलों में होने की आशंका जताई है। जवान की तलाशी के लिए ड्रोन और डॉग स्क्वॉयड की मदद ली जा रही है। इसी तरह मंजूर के परिवार ने उसे नुकसान नहीं पहुंचाने तथा सुरक्षित वापस घर भेजने की अपील जारी की है।
पुनरावृत्ति
जम्मू-कश्मीर में पहले भी किए जा चुके हैं जवानों के अपहरण
सेना के अधिकारियों ने बताया कि राज्य में सेना के जवान और अधिकारियों के अपहरण की शुरुआत मई 2017 में हुई थी।
उस दौरान राजपूताना राइफल्स के लेफ्टिनेंट उमर फैयाज (22) पारिवारिक शादी में शरीक होने के लिए शौपियां गए थे।
उसी दौरान आतंकवादियों ने उनका अपहरण कर लिया। अगले दिन लेफ्टिनेंट का गोलियों से छलनी शव विवाह स्थल से 30 किलोमीटर दूर मिला था। वह आतंकवादियों द्वारा हत्या किए जाने वाले पहले कश्मीरी अधिकारी थे।
जानकारी
साल 2018 में भी जवान की अहपरण के बाद कर दी थी हत्या
इसी तरह जून 2018 में भी आतंकवादियों ने ईद की छुट्टी पर पुंछ जिला स्थित अपने घर गए सेना के जवान औरंगजेब का अपहरण कर लिया था। उसके बाद आतंकवादियों ने उन्हें कड़ी यातना देते हुए उनकी हत्या कर दी थी।