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हाथरस मामला: आज रिपोर्ट नहीं सौपेंगी SIT, जांच के लिए 10 दिन का अतिरिक्त समय

हाथरस मामला: आज रिपोर्ट नहीं सौपेंगी SIT, जांच के लिए 10 दिन का अतिरिक्त समय

Oct 07, 2020
09:59 am

क्या है खबर?

हाथरस मामले की जांच कर रही विशेष जांच टीम (SIT) को अपनी रिपोर्ट जमा करने के लिए 10 दिन का अतिरिक्त समय मिल गया है। SIT को बुधवार को अपनी रिपोर्ट जमा करनी थी, लेकिन अब इसकी समयसीमा 10 दिन और बढ़ा दी गई है। मंगलवार को SIT के सदस्य पांचवी बार पीड़िता के गांव बूलगढ़ी पहुंची और उसके परिवारजनों से मुलाकात की। साथ ही उन्होंने उस जगह का मुआयना किया, जहां पीड़िता का अंतिम संस्कार हुआ था।

समयसीमा

SIT को जांच पूरी करने के लिए दिया गया था 10 दिन का समय

उत्तर प्रदेश के अपर मुख्य सचिव गृह अवनीश अवस्थी ने इसकी पुष्टि की है। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के आदेशों के बाद SIT को अपनी रिपोर्ट देने का समय 10 दिन बढ़ा दिया गया है। गौरतलब है कि पहले SIT को अपनी जांच पूरी करने के लिए सात दिन का समय दिया गया था, जो बुधवार को समाप्त हो रहा है। इसी बीच SIT ने जांच के लिए 10 दिन का अतिरिक्त समय मांगा था।

जांच

100 से ज्यादा लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है SIT

हाथरस पीड़िता का आधी रात को अंतिम संस्कार किए जाने के बाद इस माामले ने तूल पकड़ लिया था। बढ़ते विवाद को देखते हुए योगी सरकार ने गृह सचिव भगवान स्वरूप की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय SIT का गठन किया था। उनके अलावा इस टीम में DIG चंद्रप्रकाश और IPS अधिकारी पूनम बतौर सदस्य शामिल हैं। अभी तक यह टीम पीड़िता के परिवार, आरोपी, गवाह, पुलिस और प्रशासन के 100 से भी अधिक लोगों के बयान दर्ज कर चुकी है।

SIT

शुरुआती रिपोर्ट पर हो चुकी कार्रवाई

SIT ने जांच शुरू करने के दो दिन बाद ही अपनी प्रारंभिक रिपोर्ट सरकार को सौंप दी थी। इस आधार पर कार्रवाई करते हुए योगी सरकार ने हाथरस के पुलिस अधीक्षक (SP) विक्रांत वीर समेत पांच पुलिसकर्मियों को निलंबित कर दिया था। इसके अलावा उत्तर प्रदेश सरकार हाथरस कांड की जांच CBI को सौंपने का फैसला कर चुकी है। इलाहाबाद हाई कोर्ट और सुप्रीम कोर्ट में भी इस मामले की सुनवाई शुरू हो चुकी है।

मामला

कथित तौर पर गैंगरेप का शिकार हुई थी युवती

14 सितंबर को हाथरस जिले के एक गांव में रहने वाली 19 वर्षीय दलित युवती के साथ कथित तौर पर चार लोगों ने गैंगरेप किया था। दो सप्ताह तक जिंदगी और मौत से लड़ाई लड़ने के बाद 29 सितंबर को पीड़िता ने दिल्ली के अस्पताल में दम तोड़ दिया था। इसके बाद उत्तर प्रदेश पुलिस ने दिल्ली से पीड़िता का शव लाकर परिवारजनों की मर्जी के विपरित आधी रात में उसका अंतिम संस्कार कर दिया था।

कॉल डिटेल रिकॉर्ड

मामले में आया नया मोड़

दूसरी तरफ हाथरस मामले में उत्तर प्रदेश पुलिस की जांच से एक नया मोड़ आ गया है। जांच में पता चला है कि पीड़िता के भाई के नाम पर रजिस्टर्ड सिम से मामले के मुख्य आरोपी संदीप से लगातार फोन पर बातचीत हुई थी। पिछले साल 13 अक्टूबर से अब तक दोनों नंबरों के बीच कुल 104 फोन कॉल्स हुए हैं। इनमें से अधिकतर फोन कॉल्स चंदपा इलाके में मौजूद सेल टॉवर की रेंज में हुए थे।