सिंगापुर एयरलाइंस को मिली FDI की मंजूरी, जल्द हो सकेगा विस्तारा-एयर इंडिया से विलय
सिंगापुर एयरलाइंस को एयर इंडिया के साथ विस्तारा के प्रस्तावित विलय के हिस्से के रूप में प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। विमानन कंपनी ने शुक्रवार को यह जानकारी दी। इसके साथ ही इस विलय के इस वर्ष के अंत तक पूरा हो जाने की उम्मीद भी जताई जा रही है। बता दें कि इस विलय में सिंगापुर एयरलाइंस को एयर इंडिया में 25.1 प्रतिशत की हिस्सेदारी मिलेगी।
सिंगापुर एयरलाइंस ने क्या कहा?
सिंगापुर एयरलाइंस ने शुक्रवार को एक विनियामक फाइलिंग में कहा कि उसे विस्तारा-एयर इंडिया में FDI के लिए भारत सरकार से मंजूरी मिल गई है। FDI मंजूरी, एंटी-ट्रस्ट और विलय नियंत्रण मंजूरी के अलावा अनुमोदन प्रस्तावित विलय के पूरा होने की दिशा में एक महत्वपूर्ण विकास है। कंपनी ने कहा कि विलय का पूरा होना पार्टियों द्वारा लागू भारतीय कानूनों के अनुपालन के अधीन है, जिसके अगले कुछ महीनों में पूरा होने की उम्मीद है।
नंवबर 2022 में हुई थी विलय की घोषणा
बता दें कि इस प्रस्तावित विलय की घोषणा नवंबर 2022 में की गई थी। उसके बाद सिंगापुर के प्रतिस्पर्धा नियामक सिंगापुर प्रतिस्पर्धा एवं उपभोक्ता आयोग ने पिछले साल मार्च में विलय को सशर्त मंजूरी दे दी थी। इसी तरह भारतीय प्रतिस्पर्धा आयोग ने भी सितंबर 2023 में विलय को मंजूरी दे दी थी। वर्तमान में एयर इंडिया का स्वामित्व टाटा समूह के पास है और विस्तारा, टाटा और सिंगापुर एयरलाइंस के बीच 51:49 का संयुक्त उद्यम है।