फर्जी TRP मामला: मुंबई पुलिस ने रिपब्लिक टीवी के वरिष्ठ कार्यकारी को किया गिरफ्तार
क्या है खबर?
मुंबई पुलिस ने पैसे देकर फर्जी तरीके से टेलीविजन रेटिंग प्वाइंट (TRP) हासिल करने के मामले में मंगलवार को बड़ी कार्रवाई करते हुए रिपब्लिक टीवी के वितरण प्रमुख घनश्याम सिंह को गिरफ्तार कर लिया है।
यह कार्रवाई मुंबई पुलिस की अपराधा शाखा के अपराध आसूचना प्रकोष्ठ (CIU) ने की है।
इससे पहले CIU की टीम ने कई दिनों से सिंह से गहन पूछताछ की थी और उसके बाद अब उन्हें मामले में दोषी मानते हुए गिरफ्तार किया है।
प्रकरण
BARC की शिकायत पर हुआ था मामले का खुलासा
बता दें कि TRP घोटाले का खुलासा पिछले महीने हुआ था। ब्रॉडकास्ट ऑडिंयस रिसर्च काउंसिल (BARC) ने बैरोमीटर्स लगाने और उनकी मरम्मत का काम करने वाली हंसा रिसर्च ग्रुप के जरिये शिकायत दर्ज कराते हुए आरोप लगाया था कि कुछ चैनल TRP के आंकड़ों में छेड़छाड़ कर रहे हैं।
इसके बाद पुलिस ने हंसा के पूर्व कर्मचारी को गिरफ्तार किया था। जिससे पूछताछ में पैसे लेकर TRP के आंकड़ों में छेड़छाड़ करने वाले गिरोह का पता चला था।
जांच
जांच में सामने आया था रिपब्लिक टीवी का भी नाम
पुलिस के अनुसार BARC ने अपनी विश्लेषण रिपोर्ट जमा की थी, उसमें रिपब्लिक टीवी का भी नाम सामने आया था। उसकी TRP में संदिग्ध ट्रेंड देखे गए थे। जिन लोगों से इस मामले में संपर्क किया गया था, उन्होंने पुलिस पूछताछ में माना है कि उन्हें पैसा दिया गया था।
उसके बाद पुलिस ने वितरण प्रमुख घनश्याम सिंह सहित अन्य अधिकारियों को हिरासत में लेकर गहन पूछताछ की थी। जिसमें सिंह की भूमिका भी सामने आ गई है।
दबिश
CIU ने सुबह दबिश देकर किया सिंह को गिरफ्तार
अपराध शाखा के एक अधिकारी ने बताया कि CIU की टीम ने सुबह 07:40 बजे वितरण प्रमुख और उपाध्यक्ष सिंह के घर दबिश दी थी। इस दौरान वह उठे ही थे और पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया।
अधिकारी ने बताया कि न्यायालय से सिंह का रिमांड मांगा जाएगा। इसके बाद फर्जी तरीके से TRP बढ़ाने के मामले में उनका सहयोग करने वाले अन्य आरोपियों का पता लगाकर उन्हें भी गिरफ्तार करने का प्रयास किया जाएगा।
धोखाधड़ी
TRP बढ़ाने के लिए इस तरह की जा रही थी धोखाधड़ी
पुलिस के अनुसार TRP नापने के लिए BARC ने देशभर में 30,000 बैरोमीटर लगाए हैं, जिनमें से 2,000 मुंबई में हैं।
बैरोमीटर का डाटा पूरी तरह गोपनीय होता है। इसके बाद भी आरोपी चैनलों ने बैरोमीटर वाले घरों का पता लगा लिया और वहां रहने वाले लोगों को रिश्वत देकर एक ही चैनल देखने को कहा गया। कुछ घरों में तो अंग्रेजी चैनल देखने तक के लिए पैसे दिए गए थे। इसके बेहद गंभीर मामला माना गया है।
जानकारी
मामले में अब तक हो चुकी है 12 गिरफ्तारियां
बता दें मामले में अब तक 12 लोगों को गिरफ्तार किया जा चुका है। सिंह से पहले गिरफ्तार आरोपी क्रिस्टल ब्रॉडकास्ट के डिस्ट्रिब्यूूटर आशीष चौधरी ने पूछताछ के दौरान रिपब्लिक और वाउ टीवी की TRP बढ़ाने के लिए पैसे देने की बात स्वीकार की थी।
जेल
आत्महत्या के लिए उकसाने के मामले में जेल में बंद है गोस्वामी
रिपब्लिक टीवी के संपादक अर्नब गोस्वामी से भी इस मामले में पूछताछ हो सकती है। वह वर्तमान में एक इंटीरियर डिजाइनर अन्यव नायक और उनकी मां की आत्महत्या के मामले में मुंबई के तलोजा जेल में बंद हैं।
कोर्ट ने उन्हें 18 नवंबर तक न्यायिक अभिरक्षा में भेजा था और मंगलवार को बॉम्बे हाई कोर्ट ने उन्हें जमानत देने से इनकार कर दिया था। उम्मीद जताई जा रही है कि सैशन कोर्ट का फैसला होने तक वह जेल में रहेंगे।