योगी सरकार पर टिप्पणी को लेकर उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल पर राजद्रोह का केस
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश के पूर्व राज्यपाल अजीज कुरैशी के खिलाफ राजद्रोह का मामला दर्ज हुआ है। कथित तौर पर उत्तर प्रदेश के खिलाफ विवादित बयान देने के कारण उनके खिलाफ FIR दर्ज की गई है।
पुलिस ने बताया कि भाजपा कार्यकर्ता आकाश सक्सेना की शिकायत पर रामपुर जिले उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
बता दें कि कुरैशी उत्तराखंड और मिजोरम के राज्यपाल रहे थे और उनके पास तीन साल तक उत्तर प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार रहा था।
उत्तर प्रदेश
पुलिस ने लगाई राजद्रोह की धारा
पुलिस में दर्ज FIR के मुताबिक, उनके खिलाफ राजद्रोह समेत धर्म, जातियों के बीच शत्रुता बढ़ाने, राष्ट्रीय एकता और अखंडता के खिलाफ बयान देने की धाराएं लगाई गई हैं।
सक्सेना ने शिकायत में कहा, "कुरैशी ने अपने बयान में आजम खान के खिलाफ कार्रवाई को इंसान और दानव के बीच की लड़ाई बताई थी। यह दो समुदायों और समाज में अशांति पैदा कर सकता है।"
उन्होंने पुलिस को कुरैशी के बयान की पेन ड्राइव भी दी है।
कथित बयान
कुरैशी ने क्या बयान दिया?
पुलिस को दी अपनी शिकायत में सक्सेना ने बताया कि अजीम कुरैशी पूर्व मंत्री आजम खान के घर उनकी पत्नी और रामपुर की विधायक तंजीम फातिमा से मिलने गए। यहां उन्होंने योगी सरकार की तुलना 'शैतान और खून चूसने वाले राक्षस' से की थी।
पुलिस ने बताया कि शिकायतकर्ता ने शिकायत में कहा कि कुरैशी का विवादित बयान दो समुदायों के बीच तनाव का कारण बन सकता है और सांप्रदायिक दंगा भी भड़क सकता है।
विवादित बयान
पहले भी विवादों में रह चुके हैं कुरैशी
अजीज कुरैशी उत्तराखंड और मिजोरम के राज्यपाल रहे और उनके पास 2012-15 के बीच उत्तर प्रदेश का अतिरिक्त प्रभार रहा था। वो मध्य प्रदेश के सतना जिले से कांग्रेस सांसद भी रहे हैं।
बता दें कि अजीज कुरैशी पहले भी विवादित बयान देकर सुर्खियों में आए थे। पुलवामा हमले के बाद उन्होंने बयान दिया था कि यह हमला प्रधानमंत्री मोदी ने चुनाव जीतने के लिए करवाया था। उनके इस बयान पर खूब हंगामा हुआ था।
प्रतिक्रिया
भाजपा ने किया पलटवार
FIR दर्ज करने के बाद पुलिस ने कहा कि मामले के सभी पहलुओं की जांच की जा रही है और कानून के तहत कार्रवाई की जाएगी।
वहीं भाजपा प्रवक्ता राकेश त्रिपाठी ने पलटवार करते हुए आजम खान ने सरकार में रहते हुए लोगों की जमीन हड़पने का काम किया था। अब योगी आदित्यनाथ सरकार उन पर कार्रवाई चल रही है। कुरैशी साहब को यह नहीं दिखता और वह सिर्फ मजबह के आधार पर आजम खान के साथ खड़े हो गए।