
ओडिशा: सरकारी अस्पताल में सुरक्षाकर्मी ने लगाया मरीज को इंजेक्शन, वीडियो वायरल
क्या है खबर?
ओडिशा के अंगुल जिले के सरकारी अस्पताल में चिकित्सकों की लापरवाही का बड़ा मामले सामने आया है। यहां उपचार कराने आए एक मरीज को चिकित्सक और नर्सिंगकर्मियों की जगह वहां तैनात सुरक्षाकर्मी ने इंजेक्शन लगा दिया।
अस्पताल में मौजूद एक अन्य मरीज के परिजनों ने इस घटना का वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर अपलोड़ कर दिया।
इसके बाद वीडियो के तेजी से वायरल होने से अस्पताल की व्यवस्थाओं पर कई तरह के सवाल खड़े हो गए हैं।
प्रकरण
टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने गया था मरीज
इंडिया टुडे के अनुसार, एक व्यक्ति दुर्घटना में मामलू रूप से घायल होने के बाद अंगुल के जिला अस्पताल में टिटनेस का इंजेक्शन लगवाने गया था। इस दौरान पहले उसने डॉक्टर को दिखाया और डॉक्टर ने पर्ची पर इंजेक्शन लिख दिया।
इसके बाद जब वह इंजेक्शन लगवाने के लिए गया तो वहां मौजूद नर्सिंगकर्मी ने खुद इंजेक्शन लगाने की जगह वहां बैठे सुरक्षाकर्मी को इंजेक्शन लगाने के लिए बोल दिया। इसे बाद सुरक्षा गार्ड ने इंजेक्शन लगाया।
वीडियो
अन्य मरीज के परिजनों ने बनाया वीडियो
नर्सिंगकर्मी द्वारा सुरक्षाकर्मी को इंजेक्शन लगाने की कहने के बाद पास के बेड पर मौजूद एक मरीज के परिजन ने अपने मोबाइल फोन चालू कर लिया।
इस दौरान सुरक्षाकर्मी ने जैसे ही मरीज को इंजेक्शन लगाया तो उसने पूरी घटना का वीडियो अपने मोबाइल फोन में कैद कर लिया।
इसके बाद उसने वीडियो को सोशल मीडिया पर अपलोड कर दिया। वीडियो में साफ देखा जा सकता है कि मरीज बिना किसी विरोध के इंजेक्शन लगवा रहा है।
बयान
जांच के बाद की जाएगी कार्रवाई- डॉ बिस्वाल
इस मामले में जब सहायक मुख्य चिकित्सा अधिकारी डॉ मानस रंजन बिस्वाल से डॉक्टर या नर्सिंगकर्मी द्वारा इंजेक्शन नहीं लगाने का कारण पूछा तो उन्होंने कहा कि यह बेहद गंभीर मामला है। इसकी जांच शुरू करा दी गई है। जांच के बाद दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की जाएगी।
उन्होंने कहा कि जांच में यह भी पता लगाया जाएगा कि घटना के साथ प्रभारी कौन था और उसने ऐसा कदम क्यों उठाया। इसके बाद आगे की कार्रवाई होगी।
आदेश
अतिरिक्त मुख्य सचिव ने दिए थे आदेश
बता दें कि ओडिशा के अस्पताल में गैर स्वास्थ्यकर्मियों द्वारा मरीजों का उपचार किए जाने के कई मामले सामने आ चुके हैं। कई जगह इस तरह की घटनाओं का विरोध भी हुआ था।
इसको देखते हुए स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण विभाग के अतिरिक्त मुख्य सचिव प्रदीप कुमार महापात्र ने गत दिनों सभी सरकारी अस्पतालों के प्रभारियों को मरीजों के उपचार में डॉक्टरों की सहायता के लिए गैर स्वास्थ्यकर्मियों को तैनात नहीं करने के निर्देश दिए थे।