जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को मिली बड़ी सफलता, बड़गाम में मार गिराए 3 आतंकी
क्या है खबर?
जम्मू-कश्मीर में सुरक्षा बलों को शुक्रवार सुबह बड़ी कामयाबी मिली है।
सुरक्षा बलों ने जम्मू-कश्मीर के बड़गाम के जोल्वा क्रालपुरा चडूरा इलाके में कल देर शाम शुरू हुई मुठभेड़ में तीन आतंकवादियों को ढेर कर दिया।
कश्मीर के पुलिस महानिरीक्षक (IGP) विजय कुमार ने बताया, "हमें सूचना मिली थी कि जैश-ए-मोहम्मद के तीन आतंकी छिपे हुए हैं। जिसके बाद भारतीय सेना, CRPF और जम्मू-कश्मीर पुलिस ने संयुक्त अभियान चलाया। पूरी रात मुठभेड़ चली और सुबह तीन आतंकवादी मारे गए।"
बरामद
तीन AK-57 राइफल और आठ मैगजीन हुई बरामद
टाइम्स ऑफ इंडिया के अनुसार, IGP कुमार ने बताया, "मारे गए आतंकियों में से एक की पहचान श्रीनगर निवासी वसीम के रूप में हुई है। वह कई आम नागरिकों की हत्या में शामिल था। इसी तरह अन्य दो आतंकियों की शिनाख्त के प्रयास जारी है।"
उन्होंने बताया, "मुठभेड़ के बाद मारे गए आतंकियों के पास से तीन Ak-57 राइफल, आठ मैगजीन और कई दस्तावेज बरामद किए गए हैं। जिनकी जांच की जा रही है।"
आतंकी
जम्मू-कश्मीर में 2022 में अब तक मारे जा चुके हैं 11 आतंकी
IGP कुमार ने बताया कि जम्मू-कश्मीर में इस साल सुरक्षा बलों ने 11 आतंकी मार गिराए हैं, जिनमें आज मारे गए आतंकी भी शामिल हैं।
उन्होंने आगे बताया कि मारे गए ज्यादातर आतंकवादी, आतंकी संगठन- जैश-ए-मोहम्मद और लश्कर-ए-तैयबा के टॉप कमांडर थे।
उन्होंने कहा, "सुरक्षा बलों द्वारा तैयार की गई शहर के आतंकवादियों की हिट लिस्ट में शामिल सभी आतंकवादी मारे गए हैं। हाल ही में शामिल हुए एक आतंकी को जल्द ही ढेर कर दिया जाएगा।"
सफलता
साल 2021 में मारे गए थे 184 आतंकवादी
जम्मू-कश्मीर के पुलिस महानिदेशक (DGP) दिलबाग सिंह के अनुसार, 2021 में जम्मू-कश्मीर पुलिस और सुरक्षा बलों द्वारा 100 सफल आतंकवादी विरोधी अभियान चलाए गए थे।
इन अभियानों में 184 आतंकवादी मारे गए थे, जिनमें से 44 शीर्ष कमांडर थे और 20 विदेशी थे।
DGP सिंह के अनुसार, आतंकवाद विरोधी अभियानों के दम पर जम्मू-कश्मीर के बड़े हिस्से को लगातार होने वाले आतंकी हमलों से मुक्त कर दिया गया था।आतंकियों का सफाई अभियान अभी भी जारी है।
भर्ती
2021 में भर्ती हुए थे नए 134 आतंकी
DGP सिंह के अनुसार, "2021 में जम्मू-कश्मीर में 134 युवा आतंकी समूहों में शामिल हुए थे, जिनमें से 72 मार दिए गए और 22 को गिरफ्तार कर लिया गया। वहीं आतंकवाद में सहायता करने और दूसरे मामलों में 497 लोगों पर UAPA के तहत मामला दर्ज किया गया।"
उन्होंने बताया कि पिछले साल 44 टॉप कमांडर भी मारे गए थे। जिनमें से 26 लश्कर-ए-तैयबा, 10 जैश-ए-मोहम्मद, सात हिजबुल मुजाहिद्दीन और एक आतंकवादी अल-बदर से संबंधित था।