उत्तर प्रदेश: कांवड़ यात्रा के रास्ते में खुले में मांस बेचने पर लगेगी पाबंदी
क्या है खबर?
उत्तर प्रदेश में कांवड़ यात्रा के निर्धारित रास्ते पर खुले में मांस बेचने पर पाबंदी लगाई जाएगी। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने खुद इस संबंध में अधिकारियों को निर्देश दिए हैं।
स्थानीय जिला और पुलिस प्रशासन मांस विक्रेताओं से बात करके इस पाबंदी को लागू करने की तैयारी कर रहे हैं।
कई जिलों के मांस विक्रेताओं ने प्रशासन को आश्वासन दिया है कि कांवड़ियों के रास्ते में कोई भी मांस नहीं बेचा जाएगा।
कांवड़ यात्रा
दो साल बाद हो रहा है कांवड़ यात्रा का आयोजन
बता दें कि दो साल बाद कांवड़ यात्रा का आयोजन किया जा रहा है और कोरोना वायरस महामारी के कारण पिछले दो साल से कांवड़ यात्रा नहीं हो रही थी।
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने एक हालिया बैठक में कांवड़ियों द्वारा इस्तेमाल किए जाने वाले रास्तों को साफ करने, उन पर खुले में मांस की ब्रिकी पर रोक लगाने और रास्ते में कावड़ियों के लिए लाइटिंग, स्वच्छता और प्राथमिक चिकित्सा की व्यवस्था करने को भी कहा गया है।
बयान
कांवड़ यात्रा सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से कराने के हरसंभव प्रयास- अपर मुख्य गृह सचिव
अपर मुख्य सचिव (गृह) अवनीश अवस्थी ने कहा, "मुख्यमंत्री द्वारा दिए गए निर्देशों का पालन करते हुए पूरे राज्य में कांवड़ यात्रा सुरक्षित और शांतिपूर्ण तरीके से संपन्न हो, इसके लिए हरसंभव प्रयास किए जा रहे हैं।"
आश्वासन
बरेली और बिजनौर में मांस व्यापारियों ने दिया आश्वासन
जिला और पुलिस प्रशासनों ने मुख्यमंत्री के आदेश को लागू करना शुरू भी कर दिया है।
बरेली के वरिष्ठ पुलिस अधीक्षक सत्यार्थ अनिरूद्ध पंकज ने कहा, "हमने मांस व्यापारियों से संपर्क किया है और उनसे यह सुनिश्चित करने को कहा है कि खुले में मांस की बिक्री न हो। व्यापारियों ने हमें इसका आश्वासन दिया है।"
बिजनौर के पुलिस अधीक्षक दिनेश सिंह ने भी मांस विक्रेताओं से ऐसी ही अपील की और उन्हें भी आश्वासन दिया गया है।
तैयारी
मेरठ से गुजरते हैं सबसे अधिक कांवड़िये, तैयारी जोरों पर
कांवड़ यात्रियों की सुविधा के लिए राज्यभर में जिला प्रशासनों ने सड़कों को दुरस्त करना शुरू कर दिया है। मेरठा जहां से सबसे अधिक कांवड़िये गुजरते हैं, वहां के डिविजनल कमिश्नर ने इलाके के सभी जिलाधिकारियों के साथ बैठक की और यहां हर छोटी-छोटी चीज का ध्यान रखा जा रहा है।
जगह-जगह पर CCTV कैमरे लगाए जा रहे हैं, शौचालय वगैरा का ख्याल रखा जा रहा है और ढाबों के मालिकों से रेट लिस्ट लगाकर रखने को कहा है।
आदेश
कांवड़ यात्रा के दौरान हथियार प्रदर्शित करने की नहीं होगी अनुमति
मुख्यमंत्री योगी ने अपनी बैठक में यह भी स्पष्ट किया कि किसी को भी कांवड़ यात्रा के दौरान हथियार प्रदर्शित करने की अनुमति नहीं होगी। यात्रियों को म्यूजिक सिस्टम पर भक्ति के गाने चलाने की अनुमति होगी, लेकिन उन्हें आवाज सीमा के भीतर रखनी होगी।
पुलिस प्रशासन ने संवेदनशील इलाकों की पहचान कर ली है और वहां अतिरिक्त बल तैनात किए जाएंगे।
योगी ने अधिकारियों को कांवड़ियों को परेशान न करने का निर्देश भी दिया है।
कांवड़ यात्रा
कांवड़ यात्रा में हर साल शामिल होते हैं 3 करोड़ श्रद्धालु
कांवड़िये भगवान शिव के भक्त होते हैं। हर साल उत्तरी राज्यों से लगभग तीन करोड़ कांवड़िये पैदल चलकर हरिद्वार जाते हैं और यहां से कांवड़ में गंगा जल लाकर इन्हें अपने इलाके के शिव मंदिरों में चढ़ाते हैं।
ये यात्रा सावन (जुलाई) में शुरू होती है और अगस्त के पहले हफ्ते तक चलती है। इसमें मुख्य तौर पर उत्तर प्रदेश, हरियाणा, पंजाब, दिल्ली और हिमाचल प्रदेश के श्रद्धालु शामिल होते हैं। इस बार यात्रा 14 जुलाई से शुरू होगी।