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रूस अगले साल तक करेगा S-400 की आपूर्ति, भारत में Su-57 जेट बनाने का प्रस्ताव दिया
रूस अगले साल तक S-400 की बची खेप भारत को सौंपेगा

रूस अगले साल तक करेगा S-400 की आपूर्ति, भारत में Su-57 जेट बनाने का प्रस्ताव दिया

लेखन गजेंद्र
Sep 22, 2025
06:21 pm

क्या है खबर?

रूस S-400 ट्रायम्फ वायु रक्षा प्रणाली की बची खेप की आपूर्ति अगले साल तक करेगा। इस बात की पुष्टि मॉस्को के संघीय सैन्य-तकनीकी सहयोग प्रणाली के अधिकारियों ने की है। रूसी समाचार एजेंसी TASS के मुताबिक, सैन्य-तकनीकी सहयोग सेवा के प्रमुख दिमित्री शुगायेव ने कहा कि भारत के पास पहले से ही S-400 सिस्टम है, इस क्षेत्र में नई आपूर्तियों को लेकर हमारे सहयोग का विस्तार करने की संभावना है। शुगायेव ने कहा, "फिलहाल, हम बातचीत के चरण में हैं।"

विस्तार

पांचवीं पीढ़ी के Su-57 लड़ाकू विमान का भारत में होगा उत्पादन?

रिपोर्ट के मुताबिक, रूस भारत के साथ अपनी पांचवीं पीढ़ी के Su-57 लड़ाकू विमानों की आपूर्ति और तकनीक का हस्तांतरण करना चाहता है। रूस ने आपूर्ति और स्थानीय उत्पादन के लिए एक प्रस्ताव भी भारत सरकार को सौंपा है। हालांकि, अभी इस पर कोई अंतिम निर्णय नहीं लिया गया है। दोनों देशों ने टी-90 टैंकों, सुखोई-30 MKI लड़ाकू विमानों, ब्रह्मोस मिसाइल प्रणाली, AK-203 राइफल, विमानवाहक पोत INS विक्रमादित्य, मिग-29 और कामोव हेलीकॉप्टरों के उत्पादन और संचालन में काम किया है।

आपूर्ति

अभी दो S-400 की आपूर्ति बाकी

भारत ने रूस से 2018 में करीब 35,000 करोड़ रुपये में S-400 ट्रायम्फ वायु रक्षा प्रणाली की 5 इकाई खरीदी थी, जिसमें अभी 3 की आपूर्ति भारत को हो चुकी है, जबकि 2 आने बाकी हैं। रूस-यूक्रेन युद्ध और अन्य लॉजिस्टिक चुनौतियों के कारण चौथी स्क्वाड्रन के 2025 के अंत तक और पांचवीं स्क्वाड्रन के 2026 में आने की उम्मीद है। भारतीय सेना इन प्रणालियों को देश की सभी संवेदनशील सीमाओं पर तैनात करेगी।

मुकाबला

पाकिस्तान का किया था मुकाबला

रूस के S-400 ने भारत-पाकिस्तान तनाव के समय पाकिस्तान के मिसाइलों और ड्रोनों का काफी मुकाबला किया था। पहलगाम में आतंकी हमले के बाद भारतीय सेना ने 'ऑपरेशन सिंदूर' चलाकर पाकिस्तान के 9 आतंकी ठिकानों को नष्ट कर दिया था। इसके बाद पाकिस्तान ने सीमा पार से कई मिसाइल और ड्रोन दागे, लेकिन S-400 ने उन्हें धराशायी किया। S-400 करीब 400 किलोमीटर की रेंज में हवाई खतरों को नष्ट करने और 600 किलोमीटर रेंज तक लक्ष्य को ढूंढ सकता है।