राष्ट्रगान के साथ कर्तव्य पथ पर आयोजित मुख्य समारोह का समापन हो गया है। राष्ट्रपति अपने बॉडीगार्ड के साथ बग्घी में सवार होकर राष्ट्रपति भवन की ओर रवाना हो गई हैं। प्रधानमंत्री भी दर्शकों का अभिवादन स्वीकार करने के बाद समारोह स्थल से रवाना हो गए हैं।
हमेशा की तरह प्रधानमंत्री दर्शकों का अभिवादन स्वीकार करने के लिए दर्शक दीर्घा की ओर चले गए। यहां विशेष तौर पर आमंत्रित किए गए 13,000 लोगों का उन्होंने अभिवादन किया।
कर्तव्य पथ पर परेड समाप्त हो गई है। राष्ट्रपति मुर्मू फ्रांस के राष्ट्रपति मैक्रों के साथ बग्घी में सवार होकर राष्ट्रपति भवन की ओर रवाना हो गई हैं।
फ्लाई पास्ट के दौरान 54 विमानों और हेलीकॉप्टरों ने एयर शो किया। सबसे आखिर में राफेल लड़ाकू विमानों ने वर्टिकल चार्ली युद्धाभ्यास भी किया। इस दौरान विमानों ने तेजस, नेत्र, वरुण, वज्रांग, त्रिशूल, अमृत, प्रचंड, अर्जन और तंगेल जैसे फॉर्मेशन बनाए।
वायुसेना के अपाचे विमानों ने प्रचंड फॉर्मेशन, डकोटा और डॉर्नियर विमानों ने तंगेल फॉर्मेशन, C-295 विमानों ने अर्जन फॉर्मेशन, एंब्रेयर विमानों ने नेत्र फॉर्मेशन, P8I विमानों ने वरुण फॉर्मेशन और भीम फॉर्मेशन का प्रदर्शन किया।
पहली बार महिला टुकड़ी ने मोटरसाइकिल पर अपनी कौशल, संतुलन और शौर्य का प्रदर्शन करते हुए अलग-अलग फॉर्मेशन में कर्तव्य पथ पर मार्च किया। इस दौरान मौजूद दर्शकों ने जोरदार तालियां बजाकर कर्मियों का स्वागत किया।
AIMIM प्रमुख असदुद्दीन ओवैसी ने हैदराबाद में गणतंत्र दिवस के मौके पर झंडा फहराया और देशवासियों को शुभकामनाएं दीं। कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे ने भी गणतंत्र दिवस के मौके कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु स्थित कर्नाटक प्रदेश कांग्रेस कमेटी के दफ्तर पर झंडा फहराया।
कर्तव्य पथ पर एक साथ 1,500 कलाकालों ने लोक नृत्यों के जरिए हर राज्य की संस्कृति को दर्शाया। पारंपरिक वेशभूषा और वाद्य यंत्रों के साथ कलाकारों ने दर्शकों का मन मोह लिया। इस दौरान विकसित भारत, लक्ष्य 2047, जय जवान, जय किसान और नारी शक्ति जैसे कई संदेश दिए गए।
संस्कृति मंत्रालय की झांकी में भारत को लोकतंत्र की जननी के तौर पर दर्शाया गया। इसके बाद वंदे भारतम और नारी शक्ति की थीम पर 1,500 लोक कलाकारों ने नृत्य की प्रस्तुति दी।
गृह मंत्रालय की झांकी में अलग-अलग राज्यों की संस्कृति, विदेश मंत्रालय की झांकी में G-20 सम्मेलन की सफलता और वसुधैव कुटुंबकम का संदेश दिया गया। चुनाव आयोग की झांकी में चुनाव प्रक्रिया, लोकतंत्र और EVM को दर्शाया गया। लोक निर्माण विभाग की झांकी में कर्तव्य पथ, नया संसद भवन और सेंट्रल विस्टा को दर्शाया गया।
ISRO की झांकी में चंद्रयान-3 की झलक दिखाई गई। IT मंत्रालय की झांकी में आधुनिक तकनीक और डिजिटल इंडिया, AI और आत्मनिर्भर भारत को दर्शाया गया।
कर्तव्य पथ पर प्रधानमंत्री राष्ट्रीय बाल पुरस्कार विजेता बच्चे भी मार्च में शामिल हुए। इन बच्चों को बहादुरी, कला एवं संस्कृति, नवाचार, विज्ञान, समाज सेवा, खेलकूद के क्षेत्र में उत्कृष्ट उपलब्धि के लिए सम्मानित किया गया है।
परेड में महाराष्ट्र, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़, आंध्र प्रदेश, लद्दाख, तमिलनाडु, गुजरात, मेघालय और राजस्थान समेत 16 राज्यों की झांकी ने हिस्सा लिया।
कर्तव्य पथ पर अब राज्यों की झांकी का मार्च शुरू हो गया है। सबसे पहले अरुणाचल प्रदेश ने राज्य की विविधता की झलक दिखलाई। इसके बाद हरियाणा, मणिपुर, मध्य प्रदेश, ओडिशा, छत्तीसगढ़ और राजस्थान की झांकी ने भी हिस्सा लिया।
सभी झांकियों में महिला शक्ति को खास जगह दी गई।
आकर्षक तरह से सजाए गए BSF के ऊंट दस्तों ने भी मार्च में हिस्सा लिया, जिसमें महिला और पुरुष दोनों कर्मी शामिल थे। इसके बाद BSF के ऊंट बैंड ने 'हम है सीमा सुरक्षा बल' की धुन बजाकर दर्शकों को मंत्रमुग्ध कर दिया। NCC गर्ल्स कंबाइंड बैंड, NCC गर्ल्स मार्चिंग कंटिंजेंट, NSS के 200 महिलाओं वाले दस्ते और पाइप और ड्रम बैंड ने भी आकर्षक धुन बजाई।
भारतीय वायुसेना और DRDO की झांकी में महिला शक्ति का प्रदर्शन किया गया। भारतीय तटरक्षक बल BSF के महिला बैंड, BSF की 144 महिला प्रहरी, CISF महिला बैंड, रिजर्व बल का महिला बैंड, महिला मार्चिंग दस्ता, ITBP महिला बैंड, मार्चिंग कंटिंजेट की टुकड़ी ने कर्तव्य पथ पर माहौल में उत्साह भर दिया।
नौसेना की झांकी में नारी शक्ति और समुद्री शक्ति को दर्शाया गया।
कर्तव्य पथ पर रेजीमेंट्स के मार्च की कदमताल ने समा बांध दिया है। कुमाऊं रेजीमेंट, सिख रेजीमेंट, बॉम्बे इंजीनियर ग्रुप, मेडिकल सर्विसेस की महिला टुकड़ी, नौसेना बैंड और मार्चिंग कंटींजेंट ने हिस्सा लिया।
कर्तव्य पथ पर अब रेजीमेंट्स का मार्च शुरू हो गया है, जिसकी अगुवाई मद्रास रेजीमेंट ने की। ये सेना की सबसे पुरानी रेजीमेंट है। इसके बाद गढ़वाल रायफल रेजीमेंट, ग्रैनेडियर्स का दस्ता, राजपुताना रायफल्स और संयुक्त बैंड ने हिस्सा लिया। पहली बार महिला टुकड़ी ने भी मार्च किया।
कर्तव्य पथ पर दुनिया भारत की सैन्य शक्ति देख रही है। पहली बार सेना की आधुनिक प्रणालियाों का प्रदर्शन भी किया गया। इनमें ड्रोन जैमर, ऑल टरैन व्हीकल, मल्टी फंक्शन रडार सिस्टम और रेडियो फ्रिक्वेंसी मॉनिटरिंग सिस्टम जैसे कई तकनीकों को दर्शाया गया।