रेपल्ले गैंगरेप: आंध्र प्रदेश की गृह मंत्री का विवादित बयान, कहा- नहीं था दुष्कर्म का इरादा
क्या है खबर?
आंध्र प्रदेश के रेपल्ले रेलवे स्टेशन में एक 25 वर्षीय गर्भवती महिला से गैंगरेप की घटना का मामला अभी थमा भी नहीं कि राज्य की नवनियुक्त गृह मंत्री तनेती वनिता ने इस पर विवादित बयान देकर नया विवाद खड़ा कर दिया है।
गैंगरेप के मामले में गृह मंत्री ने कहा कि घटना में आरोपी का महिला से दुष्कर्म करने का इरादा नहीं था, लेकिन अप्रत्याशित परिस्थितियों में ऐसा हो गया। अब उनके इस बयान की कड़ी आलोचना हो रही है।
पृष्ठभूमि
नशे में धुत तीन आरोपियों ने दिया था गैंगरेप की घटना को अंजाम
1 मई को बापटला जिले के रेपल्ले रेलवे स्टेशन पर पीड़िता महिला अपने पति और तीन बच्चों के साथ गुंटूर से कृष्णा जा रही थी।
परिवार स्टेशन की एक बेंच पर सो रहा था, तभी नशे में धुत तीन युवकों ने उन्हें जगाया और पीड़िता के पति को पीटना शुरू कर दिया।
महिला के विरोध करने पर आरोपी उसे स्टेशन से खींचकर झाड़ियों के पीछे ले गए। वहां आरोपियों ने बारी-बारी से दुष्कर्म किया और उसे बेसुध छोड़कर चले गए।
जानकारी
राजमिस्त्री का काम करता है दंपति
मीडिया रिपोर्ट्स के अनुसार, महिला और उसका पति मूल रूप से प्रकासम जिले के रहने वाले हैं और राजमिस्त्री का काम करते हैं। कृष्णा जिले के अवनिगड्डा के लिए बस न मिलने पर दोनों ट्रेन के जरिए अपने गंतव्य तक जा रहे थे।
कार्रवाई
पुलिस ने तीनों आरोपियों को गिरफ्तार किया
घटना की सूचना पर पहुंची पुलिस ने मामला दर्ज करने के बाद आरोपियों को पकड़ने के लिए कई तलाशी दलों का गठन किया था और रेपल्ले से बाहर जाने वाले सभी रास्तों पर नाकाबंदी करके वाहनों की जांच की।
राज्य की स्वास्थ्य और परिवार कल्याण मंत्री वी रजनी ने मामले में जिला पुलिस प्रमुख से बात की और उन्हें सख्त कार्रवाई करने के निर्देश दिए थे। उसके बाद पुलिस ने कुछ ही घंटों में तीनों आरोपियों को दबोच लिया था।
बयान
आरोपियों का नहीं था दुष्कर्म का इरादा- गृह मंत्री
गृह मंत्री वनिता ने बुधवार को बलात्कार की घटनाओं के लिए मनोवैज्ञानिक स्थिति और गरीबी को जिम्मेदार ठहराते हुए रेपल्ले रेलवे स्टेशन की वारदात पर कहा, "आरोपियों का बलात्कार करने का इरादा नहीं था। आरोपी नशे में थे और हमला पीड़िता के पति को लूटने के इरादे से हुआ था।"
उन्होंने कहा, "जब महिला ने हस्तक्षेप किया, तो आरोपियों ने उसे धक्का देकर दूर किया और बगल में ले गए। ऐसी स्थितियों में कुछ चीजें अप्रत्याशित तरीके से होती हैं।"
सफाई
"पुलिस की कमी के चलते नहीं हुई घटना"
गृह मंत्री वनिता ने कहा, "महिला ने पति पर हमला रोकने की कोशिश की और फिर कुछ चीजें अप्रत्याशित तरीके से हुईं। ऐसे में वह घटना पर्याप्त रेलवे पुलिस बल की कमी से संबंधित नहीं है। जहां तक पुलिस की कमी का सवाल है, यह सही नहीं है।"
उन्होंने आगे कहा, "रेलवे स्टेशनों पर और CCTV कैमरे लगाए जाएंगे। इससे भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सकेगा। पूरी तरह से पुलिस को जिम्मेदार ठहराना सही नहीं है।"
आलोचना
TDP ने की गृह मंत्री के बयान की आलोचना
गृह मंत्री वनिता के इस तरह के बयान की कड़ी आलोचना की जा रही है। राज्य के विपक्षी तेलुगू देशम पार्टी (TDP) ने इस बयान पर आपत्ति जताते हुए इसे पूरी तरह से गैर जिम्मेदाराना करार दिया है। पार्टी ने कहा कि गैंगरेप जैसी घटनाओं पर इस पर तरह का बयान उचित नहीं है।
इस घटना से पहले 16 अप्रैल को महाराष्ट्र की एक महिला से गुरजाला रेलवे स्टेशन पर दो आरोपियों ने दुष्कर्म की वारदात को अंजाम दिया था।