3 या 5 अगस्त को होगा राम मंदिर का भूमि पूजन, प्रधानमंत्री हो सकते हैं शामिल
क्या है खबर?
अयोध्या में 3 या 5 अगस्त से राम मंदिर का निर्माण शुरू हो सकता है और इसके भूमि पूजन में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के शामिल होने की संभावना है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट ने शनिवार को भूमि पूजन की तारीखों के साथ इसमें शामिल होने का न्योता प्रधानमंत्री कार्यालय (PMO) के पास भेज दिया है और PMO के जबाव के बाद ही अंतिम फैसला लिया जाएगा।
मंदिर के पूर्ण निर्माण में 3-3.5 साल लग सकते हैं।
पृष्ठभूमि
सुप्रीम कोर्ट के आदेस पर बनाया गया है ट्रस्ट
पिछले साल 9 नवंबर को अयोध्या जमीन विवाद में फैसला सुनाते हुए सुप्रीम कोर्ट ने विवादित 2.77 एकड़ जमीन पर राम मंदिर बनाने का आदेश दिया था। कोर्ट ने केंद्र सरकार से मंदिर निर्माण का कार्य देखने के लिए एक बोर्ड बनाने को भी कहा था।
इस साल 5 फरवरी को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने 'श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र' नाम से ये ट्रस्ट बनाने का ऐलान किया, जो मंदिर निर्माण से संबंधित सारे फैसले लेता है।
बैठक
शनिवार को हुई बैठक में तय हुईं भूमि पूजन की तारीखें
शनिवार को इस 15 सदस्यीय ट्रस्ट की अहम बैठक हुई जिसमें भूमि पूजन के लिए दो शुभ तारीखों, 3 अगस्त और 5 गस्त, पर सहमति बनी। बैठक में प्रधानमंत्री मोदी के पूर्व मुख्य सचिव नृपेंद्र मिश्रा भी शामिल हुए।
बैठक के बाद बोर्ड के महासचिव चंपत राय ने कहा, "राम मंदिर के भूमि पूजन की तारीखें प्रधानमंत्री कार्यालय को भेज दी गई हैं। देश की मौजूदा स्थिति को देखने के बाद अंतिम फैसला PMO द्वारा लिया जाएगा।"
बयान
पहले ही भेजा जा चुका है प्रधानमंत्री मोदी को न्योता- राय
प्रधानमंत्री मोदी को निमंत्रण पर राय ने कहा, "'ट्रस्ट के अध्यक्ष नृत्य गोपाल दास पहले ही प्रधानमंत्री को भूमि पूजन के लिए आमंत्रित करते हुए PMO को पत्र लिख चुके हैं। प्रधानमंत्री के दौरे की अंतिम तारीखें तय करना PMO के हाथ में है।"
आकार
मंदिर के आकार में हो सकते हैं ये बदलाव
बैठक में राम मंदिर के आकार को बढ़ाने पर भी चर्चा हुई और इसकी ऊंचाई को 128 फुट से बढ़ाकर 161 फुट करने का प्रस्ताव रखा गया है। इससके अलावा तीन की बजाय पांच गुबंद बनाने और मंदिर की गोलाई 70 एकड़ से बढ़ाकर 108 एकड़ करने के प्रस्ताव भी रखे गए।
लार्सन ऐंड टुब्रो कंपनी मंदिर का निर्माण करेगी और वह मिट्टी के नमूनों की जांच कर रही है। मंदिर की नींव 60 मीटर नीचे रखी जाएगी।
चंदा
10 करोड़ परिवारों से इकट्ठे किए जाएगा चंदा- राय
राय ने कहा कि मंदिर के निर्माण में कम से कम तीन या साढ़े तीन साल का समय लगेगा और अब तक के समतलीकरण के कार्य से ट्रस्ट के सदस्य संतुष्ट हैं।
उन्होंने बताया कि मंदिर निर्माण के लिए 10 करोड़ परिवारों से चंदा इकट्ठा किया जाएगा और इसके लिए एक राष्ट्रीय अभियान चलाया जाएगा। ये अभियान कोरोना वायरस महामारी में सुधार के बाद चलाया जाएगा।
उन्होंने कहा कि मंदिर के निर्माण में पैसे की कमी नहीं होगी।