राजस्थान: नदी में गिरी यात्रियों से भरी बस, तीन बच्चों सहित 24 की मौत
राजस्थान के बूंदी जिले में कोटा-लालासोट मेगा हाइवे पर पापड़ी गांव के पास बुधवार को एक विवाह समारोह में शामिल होने जा रहे लोगों से भरी बस अनियंत्रित होकर मेज नदी में गिर गई। हादसे में तीन बच्चों सहित 24 लोगों की मौत हो गई है, जबकि 6 लोग घायल हो गए। मौके पर पहुंची पुलिस ने घायलों को अस्पताल पहुंचाकर शवों को बाहर निकालने का काम शुरू कर दिया है। मौके पर प्रशासन के आला अधिकारी मौजूद हैं।
बस का टायर निकलने से हुआ हादसा
केशोरायपाटन पुलिस ने बताया कि प्रारंभिक जांच में सामने आया है कि बस जैसे ही मेज नदी की पुलिया पर पहुंची तो वैसे ही उसका आगे का टायर निकल गया। इससे बस अनियंत्रित होकर नदी में जा गिरी। आस-पास खेतों में काम कर रहे लोगों ने पुलिस को इसकी सूचना दी। इसके बाद पुलिस ने मौके पर पहुंचकर सबसे पहले घायलों को बाहर निकालकर अस्पताल पहुंचाया। मृतकों में 10 पुरुष, 11 महिलाएं और तीन बच्चे शामिल हैं।
भांजी की शादी में भात लेकर जा रहा था मुरारी का परिवार
पुलिस के अनुसार अब तक मिली जानकारी में सामने आया है कि कोटा के दादाबाड़ी निवासी मुरारीलाल धोबी का परिवार अपनी भांजी की शादी में भात भरने के लिए सवाईमाधोपुर जा रहा था। बस में करीब 30 लोग सवार थे। उसी दौरान हादसा हो गया।
मुख्यमंत्री ने की मुआवजे की घोषणा
घटना को लेकर मुख्यमंत्री अशोक गहलोत ने कहा, "मुझे बूंदी में हुए दुखद हादसे के बारे में जानकर गहरा दुख हुआ है, जिसमें करीब 24 लोग जान गंवा चुके हैं। शोक संतप्त परिवारों के प्रति मेरी संवेदना है, जिन्होंने इस त्रासदी में अपने प्रियजनों को खो दिया। मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वास्थ्य लाभ की कामना करता हूं।" उन्होंने दुर्घटना में मारे गए लोगों के परिजनों को दो-दो लाख रुपये का मुआवजा देने की भी घोषणा की है।
NDRF की टीम ने संभाला मोर्चा
घटनास्थल पर पहुंचे बूंदी जिला कलक्टर अंतर सिंह नेहरा पुलिस को जल्द से जल्द सभी शवों को बाहर निकालने के निर्देश दिए हैं। उन्होंने बताया कि राहत कार्य के लिए NDRF की टीम मौके पर पहुंच गई है। भारी संख्या में आस-पास के गांवों के लोग भी मौके पर जमा है। गांव के कुछ तैराक भी बचाव एवं राहत कार्य में NDRF टीम की मदद कर रहे हैं। शवों को बाहर निकालने का कार्य जारी है।
घटनास्थल पर पहुंचे पूर्व मंत्री से अभद्रता
घटना की सूचना पर मौके पर पहुंचे पूर्व परिवहन मंत्री बाबूलाल वर्मा से गुस्साए लोगों ने धक्का-मुक्की कर अभद्रता कर दी। लोगों का आरोप था कि उनके कार्यकाल में यह पुल बनाया गया था। उस दौरान ग्रामीणों के कहने पर भी इसकी चौड़ाई नहीं बढ़ाई गई। इसके अलावा उस पर सुरक्षा दीवार भी नहीं है। इसके चलते यह दर्दनाक हादसा हुआ है। जानकारी के मुताबिक, बस उल्टी गिरी थी। ऐसे में तैरना जानने वाले लोग भी बाहर नहीं आ सके।