पंजाब के किसानों ने 5 दिवसीय विरोध-प्रदर्शन शुरू किया, क्या है मांग?
पंजाब के किसानों ने कृषि नीति कार्यान्वयन सहित अपनी अन्य मांंगों को लेकर 5 दिवसीय विरोध-प्रदर्शन शुरू किया है। यह प्रदर्शन पंजाब सरकार के खिलाफ है। विरोध भारती किसान यूनियन (उगराहां) और पंजाब खेत मजदूर यूनियन के बैनर तले आयोजित किया गया है, जिसमें भाग लेने के लिए किसान चंडीगढ़ के सेक्टर-34 स्थित दशहरा मैदान में एकत्र हुए हैं। प्रशासन की ओर से विरोध-प्रदर्शन के लिए यह जगह आवंटित की गई है।
बस और ट्रैक्टर-ट्रालियों में सवार होकर पहुंचे किसान
पंजाब के अलग-अलग हिस्सों से किसान ट्रैक्टर-ट्रालियों और अपने निजी वाहनों में सवार होकर धरनास्थल पर पहुंच रहे हैं। किसानों का कहना है कि पंजाब में आम आदमी पार्टी (AAP) की सरकार ने ढाई साल पहले सत्ता संभालने के बाद भी किसान कृषि नीति के क्रियान्वयन में देरी की है। पार्टी की ओर से वादा की गई कृषि नीति को अभी तक लागू नहीं किया गया है। किसानों का कहना है कि मांगे न माने जाने पर विरोध-प्रदर्शन बढ़ेगा।
4 दिन की अनुमति, लेकिन तैयारी 3 महीने की
चंडीगढ़ के दशहरा मैदान में एकत्र हुए किसानों को सिर्फ 4 दिन के प्रदर्शन के लिए ही अनुमति दी गई है, लेकिन उन्होंने अपनी तैयारी लंबी की है। पंजाब विधानसभा का सत्र सोमवार से शुरू होकर बुधवार 4 सितंबर तक चलेगा, ऐसे में किसानों को 5 सितंबर की सुबह मैदान खाली करने को कहा गया है। किसान विधानसभा तक पैदल मार्च की भी योजना बना रहे हैं। ऐसे में यहां काफी पुलिस बल और अर्धसैनिक बल तैनात है।